सिर्फ 8 सेकंड में किसी के प्रति हो सकते हैं आकर्षित, जानिए ऐसे ही 10 दिलचस्प मनोवैज्ञानिक तथ्य

Psychology

Psychological facts : मनोविज्ञान मानव मन और व्यवहार का मनोवैज्ञानिक रूप से अध्ययन करता है। मनुष्य के अलावा अन्य जीव जंतुओं पर भी कई रिसर्च की गई है। इसमें मन, विचार, भावनाएं और व्यवहार के प्रभाव को समझने और वर्गीकृत करने का कार्य होता है। मनोविज्ञानी अपने अध्ययन में लोगों के विचारों, भावनाओं और व्यवहार को विश्लेषित करके मानव मन की तथ्यात्मक जानकारी प्राप्त करने का प्रयास करते हैं। मनोविज्ञान हमें बहुत कुछ सिखाता और बताता है। मानव और अन्य जीव जंतुओं के व्यवहार को लेकर मनोविज्ञान में अरसे से कई अध्ययन हुए हैं और इनमें कई दिलचस्प बातें भी निकलकर आई हैं। आज हम आपके लिए ऐसे ही कुछ बातें लेकर आए हैं जो आपको मानव व्यवहार को समझने में सहायता करेंगी।

मनोवैज्ञानिक तथ्य

  1. हम तकनीक के युग में जी रहे हैं और इन दिनों अपने मोबाइल, लैपटॉप या अन्य डिवाइस ज्यादा डेटा वाला लेना पसंद करते हैं क्योंकि इससे हमें अधिक स्टोरेज स्पेस मिलता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि मनुष्य के दिमाग में कितना डेसा स्टोर हो सकता है। एक अध्ययन के मुताबिक मानव मस्तिष्क में 25 लाख GB डेटा स्टोर हो सकता है।

  2. हमें क्या याद रहता है ये हमारी स्मृति की क्षमता पर निर्भर करता है। लेकिन ये एक दिलचस्प बात है कि हमारी यादें गर्भ से ही बनने लगती हैं।
  3. अगर आप किसी की ओर 7-8 सेकंड लगातार देखेंगे तो उसके प्रति आकर्षित हो सकते हैं।
  4. सोना अच्छी सेहत के लिए बहुत जरूरी है। एक अच्छी नींद हमें तरोताज़ा कर देती है लेकिन एक अध्ययन ये भी कहता है कि पर्याप्त नींद लेने के बाद आपको और सोने की इच्छा हो सकती है।
  5. अगर कोई व्यक्ति स्वभाव से शर्मीला है तो वो बहुत जल्दी किसी के झांसे में नहीं आएगा। ऐसा इसलिए क्योंकि वो आसानी से किसी पर भरोसा नहीं करते हैं।
  6. मनोविज्ञान के अनुसार कई बार लोग किसी अनहोनी की आशंका से डरे होते हैं। बहुत सारे लोग इसीलिए अधिक खुश नहीं रह पाते क्योंकि वो डरते हैं कि अगले पल उनके साथ कुछ बुरा न हो जाए।

  7. बुद्धिमान व्यक्ति की सोचने की क्षमता तेज होती है। लेकिन ज्यादातर ऐसे व्यक्ति की लिखावट खराब होती है।

  8. होशियार और स्मार्ट लोग अपने आप को हमेशा कम आंकते हैं। लेकिन कम समझदार लोग खुद को ज्यादा बुद्धिमान मानते हैं।

  9.  एक रिसर्च से ये बात पता चली है कि हमारा दिमाग सोते हुए भी ये समझ सकता है कि कोई हमें घूर रहा है।

  10. सकारात्मक और स्वभाव से खुश रहने वाले लोगों के साथ रहकर आप भी खुशी महसूस करते हैं।

(डिस्क्लेमर : ये लेख विभिन्न स्त्रोतों से प्राप्त जानकारियों पर आधारित है। हम इसे लेकर कोई दावा या पुष्टि नहीं करते हैं।


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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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