अलीराजपुर, यतेन्द्रसिंह सोलंकी। अलीराजपुर (Alirajpur) जिले की आम मंडी मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) की सबसे बड़ी मंडी मानी जाती है। वहीं विगत दो माह के लॉकडाउन (Lockdown) के बाद अनलॉक (Unlock) हुआ है। और आम मंडी खोली गई है। जिसके बाद किसान अपने आम मंडी में लाये थे। जहां पर सरेआम कोरोना नियमों की धज्जियां उड़ाई गई।
मंडी में नाबालिक बच्चों से आम ढोने का काम करवाया जा रहा था। वहीं प्रशासन की गाइडलाइन को अनदेखा किया गया। और कोरोना नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई गई। मंडी में दलाल ने आम की बोली लगाने पर मास्क नीचे किया हुआ था। सभी लोग आपस मे एक-दूसरे के पास-पास सट कर खड़े हुए थे। पूरी मंडी में न तो सोशल डिस्टेंसिंग (Social distancing) दिखी और न ही कोरोना नियमों का पालन।
वहीं दामों को लेकर किसानों से बात की गई, तो उन्होंने बताया कि आढ़तिया दलाल के द्वारा बोली लगाई जाती है। जो कि कम कीमत की होती है। हमे आम के पूरे दाम नहीं मिलते है। और हमे हमारे आम का परिवहन भाड़ा मंडी का टेक्स भी देना पड़ता है। हमे हमारे आम की अच्छी कीमत नहीं मिलती है। जिससे ज्यादा नुकसान हो रहा है। हम लोगों से पूछा भी नहीं जाता है कि हमे आम देना भी है या नहीं। जो कम कीमत होती है उसमें ही मजबूर होकर देना पड़ता है। कहीं ना कहीं यह देखने में आया है कि दलाल के दवाब में पूरा मंडी कारोबार चल रहा है।
इधर जब इस मामले में अलीराजपुर के मंडी निरीक्षक अनिल भूरिया से बात की गई तो उन्होंने अपनी सफाई में आढ़तियादलाल का पक्ष लेते हुवे उसके पक्ष में सफाई देने लगे। उन्होंने कहा कि कोविड नियमों का पालन करवा रहे है। वही जब सोशल डिस्टेंसिंग के पालन की बात पूछी गई तो इनका कहना था की सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करवाते हैं ।लेकिन जब नीलामी होती है तब थोड़ी व्यवस्था बिगड़ जाती है। क्युकी सभी अपने माल को घेर के खड़े होते है।