अलीराजपुर, यतेंद्रसिंह सोलंकी
मंगलवार को रामनवमी उत्सव समिति के संरक्षक नागर सिंह चौहान ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की है, जिसमें राम मंदिर के इतिहास के बारे में वर्णन करते हुए बुधवार को होने वाले अयोध्या में राम मंदिर के शिलंयास के अवसर पर लोगों से घरों में दीप जलाने और रंगोली बनाने की अपील की है।
संरक्षक नागर सिंह चौहान ने विज्ञप्ति में कहा कि मुगलों के आक्रमण के चलते विदेशी आक्रांता बाबर द्वारा राम जन्म स्थल पर बने मंदिर को ध्वस्त किया गया था। जिसके बाद करीब 500 साल तक हिंदू समाज द्वारा मंदिर बनाने के लिए संघर्ष किया गया था, जिसके लिए लाखों लोगों ने अपनी जान गवाई थी। मुगलों के समय से चला आ रहा संघर्ष आजादी के बाद भी जारी था और तब इस मामले को जनता के बीच जन जागरण कर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ एवं उनके अनुषांगिक संगठनों द्वारा सामने लाया गया था, साथ ही उक्त स्थान के लिए लंबी लड़ाई लड़ी गई।
भगवान श्री राम के जन्म स्थल पर लाखों कार सेवकों द्वारा अपने प्राणों की आहुति देते हुए साल 1992 जन्म स्थल पर बने ढांचे को गिरा दिया गया था। जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट में चली लंबी लड़ाई के बाद हिंदू समाज की जीत हुई और आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संत महंतों के साथ भगवान राम के भव्य मंदिर का भूमि पूजन करेंगे। ऐसे में नागरिकों से आग्रह है कि वह इस पुण्य दिन पर अपनी ओर से घरों पर दीप जलाकर रंगोली बनाकर हिंदू समाज की खुशियों को दुगुना करें, ये बात रामनवमी उत्सव समिति के संरक्षक नागर सिंह चौहान ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कही हैं।