दिल में अगर हौसला और जज्बा हो तो हर मुसीबत या बीमारी आसान हो जाती है। ये वक्त भी कोरोना वायरस से डरने का नही बल्कि सुरक्षित होकर उससे लड़ने का है। इस बात को सार्थक किया है अलीराजपुर जिले के कोरोना वायरस से पीड़ित सात मरीजों ने। करीब दस दिनों तक जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में कोरोना संक्रमण से संघर्ष कर परास्त कर जंग जीतकर मंगलवार को सभी डिस्चार्ज हो गए। अस्पताल से अपने घर जाते वक्त मरीजो की खुशी अलग ही झलक रही थी। आइसोलेशन वार्ड से बाहर निकले ही उन्होंने विक्ट्री चिन्ह दिखाकर खुशी का इजहार किया। वही अस्पताल प्रशासन एवं स्टॉफ ने उनका उत्साहवर्धन कर उन्हें विदाई दी।
कोरोना की महामारी के बीच आदिवासी बाहुल्य अलीराजपुर जिले में भी कोरोना वायरस की आमद हुई थी। विगत 11 जुलाई को नगर के पहले मरीज के रूप में कुम्हारवाड़ा क्षेत्र के 40 वर्षीय युवक एवं दूसरे दिन उसका 11 वर्षीय भतीजा पॉजिटिव पाए गए थे। वही 12 जुलाई को नगर की सहयोग कालोनी के रहवासी पति-पत्नी ओर ग्राम खट्टाली की तीन युवतियां भी कोरोना से पीड़ित हुई थी। जिनका जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में निरन्तर उपचार चलता रहा। जहां उपचार के दौरान मरीजो ने अपना हौसला ओर हिम्मत नही खोई, सतत संघर्ष कर कोरोना से लड़ते ओर जूझते रहे। उनके दिल मे एक ही जज्बा था कि किसी भी तरह से कोरोना को परास्त करना है। विगत दिनों के दौरान उनके स्वास्थ्य में तेजी से सुधार आने लगा ओर वह धीरे-धीरे ठीक होने लगे। इस तरह कोरोना से संघर्ष कर जीतकर सात मरीज जिला अस्पताल से मंगलवार दोपहर को डिस्चार्ज हो गए है। अस्पताल के एम्बुलेंस वाहन के माध्यम से मरीजो को उनके घरों की ओर रवाना किया।
डिस्चार्ज हो रहे मरीजो ने मीडिया को बताया कि उपचार के दौरान मरीजो को काफी हौसला ओर हिम्मत चिकिसकों ओर स्टाफ से मिला। चिकित्सकों ओर स्टॉफ का व्यवहार और उनकी सेवाएं बहुत अच्छी और काबिले तारीफ़ रही। उनकी बदौलत वह सकुशल ओर पूरी तरह से स्वस्थ्य होकर अपने घर लौट रहे है। डिस्चार्ज हुए मरीजो ने संदेश दिया है कि कोरोना से डरने की जरूरत नही है, कोरोना हारेगा इंडिया जीतेगा। जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ.केसी गुप्ता ने बताया कि आज कुल सात कोरोना से पीड़ित मरीज ठीक होकर डिस्चार्ज होकर वह अपने घर जा रहे है। उन्होंने कहा की कुछ सावधानियां बरतकर स्वास्थ्य विभाग की जारी एडवाइजरी का पालन कर शासन-प्रशासन को सहयोग करें।