आलीराजपुर। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने से पहले कमलनाथ ने अधिकारियों को चेतावनी दी थी कि 11 के बाद 12 तारीख भी आएगी| उनका इशारा उन अफसरों की ओर था जिन पर पक्षपात के आरोप कांग्रेस ने ही लगाए थे| अब जब कांग्रेस सत्ता में आ गई है तो अफसरों की जमावट भी अपने हिसाब से हो रही है| इस बीच कमलनाथ की चेतावनी से एक कदम आगे जाते हुए कांग्रेस की महिला विधायक ने सार्वजानिक मंच से कलेक्टर को धमकी दे डाली ओर कहा कि कलेक्टर साहब चार दिन और खा ले आलीराजपुर की रोटी। चार दिन में पोटला बांधकर जाएगा देख लेना| ख़ास बात यह रही कि दिन में विधायक ने यह धमकी दी ओर देर रात को कलेक्टर का तबादला हो गया|
दरअसल, अलीराजपुर जिले की जोबट की नवनिर्वाचित विधायक कलावती भूरिया ने गुरुवार को कट्ठीवाड़ा में विजय रैली के बाद सभा में कहा कि कलेक्टर गणेश शंकर मिश्रा जनता का काम निष्पक्षता से नहीं कर रहे हैं। अब उन्हें यहां से जाना होगा। ये बात मैं सरकार तक पहुंचा चुकी हूं। कलेक्टर ने जोबट एसडीएम को हटा दिया। इसके अलावा और भी अफसरों को इधर से उधर कर दिया। कलेक्टर साहब चार दिन और खा ले आलीराजपुर की रोटी। इतना खराब है कलेक्टर। बहुत परेशान कि या है। चार दिन में पोटला बांधकर जाएगा देख लेना।
गुरूवार को प्रदेश में बड़ी प्रशासनिक सर्जरी की गई है, जिसमे कई जिलों के कलेक्टरों को भी बदला गया है| भूरिया ने जनसभा को संबोधित करते हुए कलेक्टर गणेश शंकर मिश्रा के काम पर नाराजगी जाहिर की थी। उन्होंने धमकाया था कि जल्द ही कलेक्टर का तबादला होगा। गुरुवार रात जो सूची जारी हुई उसमें गणेश शंकर मिश्रा का तबादला कर दिया गया और उन्हें सीहोर कलेक्टर बना दिया गया। वहीं पंचायती राज के संचालक शमीमुद्दीन को जिले का नया कलेक्टर बना दिया गया। इतना ही नहीं कलावती भूरिया ने ये भी कहा कि ग्रामीणों को छोटे से छोटे सरकारी कामों के लिए बार-बार चक्कर लगवाने वाले कर्मचारी भी अपनी कार्यशैली सुधार लें, क्योंकि अब जनता की सरकार बन गई है। कमीशनखोरों का शासन चला गया है।
पहली बार विधायक चुनी गईं कलावती भूरिया कांग्रेस के स्थानीय सांसद कांतिलाल भूरिया की भतीजी हैं। बता दें कि कलावती 18 साल से झाबुआ की जिला पंचायत अध्यक्ष थीं। अलीराजपुर जिले के जोबट से वह अब विधायक बनी हैं।