Amargarh Waterfalls: भोपाल से 70 किलोमीटर दूर शाहगंज के पास स्थित अमरगढ़ वाटरफॉल इन दिनों पर्यटकों की पसंदीदा जगह बन गया है। दरअसल भोपाल और उसके आसपास के 100 किलोमीटर के दायरे से लोग इस झरने का आनंद लेने के लिए भारी मात्रा में आते हुए नजर आ रहे हैं। वहीं भोपाल-शाहगंज मार्ग पर खटपुरा के पास विंध्याचल पर्वत श्रृंखला में स्थित यह वाटरफॉल बारिश शुरू होते ही सैलानियों को अपनी ओर खींचने लगा है।
दरअसल भोपाल, होशंगाबाद, औबेदुल्लागंज और आस-पास के इलाकों से बड़ी संख्या में पर्यटक इस अद्वितीय प्राकृतिक दृश्य का आनंद लेने के लिए यहां आ रहे हैं। जानकारी के अनुसार बांद्राभान संगम से कुछ ही दूरी पर स्थित दहोटा घाट का यह जल स्रोत मुख्य आकर्षण का केंद्र बन गया है। घने जंगलों के बीच पत्थरों से टकराकर गिरते हुए झरने की कल-कल ध्वनि राहगीरों को अपनी ओर आकर्षित कर रही है, जिससे पर्यटकों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। झरने का पानी सौ फीट से अधिक ऊंचाई से गिरता है, जिसका मनमोहक दृश्य प्रकृति प्रेमियों को आनंदित करता है।
आकर्षण का मुख्य केंद्र बना अमरगढ़ वाटरफॉल
बता दें कि अमरगढ़ वाटरफॉल की प्राकृतिक सुंदरता और अद्वितीय वातावरण इसे पर्यटकों के लिए एक आकर्षक जगह बनाता है। यहां आने वाले सैलानी झरने के शीतल जल में नहाने और प्राकृतिक दृश्यों का आनंद लेने के लिए आते हैं। वाटरफॉल का यह दृश्य वाकई में मनमोहक है, जो हर किसी को अपनी ओर आकर्षित करता है। सैलानी यहां पिकनिक मनाने, ताजगी पाने और दिनभर की भागदौड़ से राहत पाने के लिए आते हैं।
दरअसल सीहोर कलेक्टर प्रवीण कुमार सिंह ने इस बढ़ती हुई भीड़ के मद्देनजर जनता से अपील की है कि तालाबों, डेम, नदी, नालों और जल भराव वाले क्षेत्रों से दूर रहें। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि गहरे पानी वाली जगहों पर जाने से बचें। कलेक्टर ने विशेष रूप से अमरगढ़ वाटरफॉल पर आने वाले पर्यटकों को सावधानी बरतने की सलाह दी है। उन्होंने बताया कि अचानक पानी का स्तर बढ़ सकता है, जिससे खतरा हो सकता है। इसलिए, सावधानी बरतें और जल स्त्रोतों के पास सतर्क रहें।