अशोकनगर, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश के अशोकनगर (Ashoknagar) जिले के चंदेरी में अजीबो गरीब मामला सामने आया है। जहां अपने एक अधिकारी ने अपने ही विभाग के कर्मचारियों को पागल बताया है। यह कोई मजाक नहीं है और ना ही जुबान से फिसली कोई बात का मामला है। अधिकारी ने अस्पताल को पत्र लिखकर सभी कर्मचारियों का इलाज कराने की मांग भी सामने रखी है। चंदेरी अशोकनगर राजघाट जल विद्युत गृह के अधिकारी डीके जैन ने पागलखाने के डॉक्टरों से ऐसी अजीबो-गरीब मांग की है। अधिकारी ने कर्मचारियों का पागल खाने में परीक्षण करने के लिए मानसिक चिकित्सालय ग्वालियर के अधीक्षक को लिखा पत्र है।
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उन्होनें पत्र में लिखा है की कुछ कर्मचारी खुद को डिप्रेशन का शिकार बता रहे हैं। उनका मामला है की ऐसे कर्मचारियों से पावर प्लांट को नुकसान भी हो सकता है। उन्होनें पत्र लिखकर पूछा की कर्मचारियों के इलाज कराने की क्या प्रक्रिया है। दरअसल, अधिकारी के मुताबिक कुछ दिनों से कुछ कर्मचारी खुद को डिप्रेशन का शिकार बता कर आत्महत्या की धमकी देते हैं और दिन भर यहाँ-वहाँ सयन्त्र में घूमते-फिरते रहते हैं। और पूछने पर खुद को डिप्रेशन से ठीक बताने लगते हैं। हालांकि कुछ कर्मचारी भी सही से काम करते हैं।
अधिकारी डीके जैन ने पत्र में यह भी लिखा है, जो कर्मचारी सही से और ईमानदारी से काम कर रहे हैं, उन्होनें ये भ्रष्टाचारी बता रहें है। और यह अफवाह भी फैला रहे हैं की जो व्यक्ति काम नहीं कर वो सबसे अधिक ईमानदार है। अपने इसी समस्या का समाधान करने के लिए अधिकारी ने पागलखाने में इलाज करवाने की मांग रखी है।