जिस डॉक्टर को गंदगी के लिए पड़ी फटकार, उसे ही बनाया स्वच्छता का ब्रांड एंबेसडर

मुंगावली, स्वदेश शर्मा। स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 (swachchhata sarvekshan 2021) के लिए नगर परिषद द्वारा जमकर तैयारियां की जा रही हैं और इसके लिए सफाईकर्मियों से लेकर सीएमओ व प्रशासक राहुल गुप्ता जमकर मेहनत करते नजर आ रहे हैं। इन्हीं तैयारियों को और अच्छा कैसा किया जा सके इसके लिए बुधवार को नगर भवन में एसडीएम की अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित की गई। लेकिन ये बैठक एक मजाक बनकर रह गई। इसकी मुख्य वजह नगर परिषद सीएमओ द्वारा बनाये गए ब्रांड एंबेसडर (brand ambassador) रहे, क्योंकि जिस निजी चिकित्सक को कुछ समय पहले एसडीएम राहुल गुप्ता ने क्लिनिक में गन्दगी मिलने पर फटकार लगाई थी, उसी डॉक्टर को इनके द्वारा न केवल स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए लोगों को जागरूक करने का ब्रांड एंबेसडर बनाया गया बल्कि बैठक में बुलाकर सीएमओ ने माला पहनाकर सम्मानित भी किया।

जिन्हें पहले गंदगी के लिए फटकार मिली, उन्हीं को बनाया स्वच्छता का ब्रांड एंबेसडर
इसे देखकर सवाल खड़े हो रहे हैं कि क्या नगर परिषद द्वारा स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए की जा रही तैयारियां हवा हवाई हैं। जिस डॉक्टर को पहले गंदगी को लेकर फटकार पड़ चुकी है, इसके अलावा स्वच्छ क्लिनिक का सर्वे करने पहुँचे अधिकारियों को भी इनके यहां गंदगी  मिली थी। उन्हीं डॉक्टर को सम्मानित करने से पहले यह भी नहीं देखा गया कि जिस कार्यक्रम में इनको सम्मानित किया जा रहा है, उसकी अध्यक्षता डॉक्टर को फटकार लगाने वाले एसडीएम राहुल गुप्ता ही कर रहे हैं।

सम्मान करने के बाद दूसरे डॉक्टर ने लगाया गम्भीर आरोप
इस बैठक में किस तरह स्वच्छता अभियान को किस तरह मजाक बनाया जा रहा था वह तब देखने मिला जब एक ओर तो सीएमओ विनोद उन्नीतान ने डॉक्टर प्रमोद जैन का सम्मान ब्रांड एंबेसडर के तौर पर किया, लेकिन थोड़ी ही देर बाद स्वच्छ क्लिनिक का सर्वे करने वाली टीम में शामिल डॉक्टर अमित आर्य ने भी आपत्ति दर्ज कराते हुए कहा कि इनकी क्लिनिक पर मरीजों के लिए इन और आउट का अलग अलग गेट नहीं है। और तो और, बाथरूम में भी गन्दगी पाई गई थी। जिसके बाद कहीं न कहीं कहा जा सकता है कि सीएमओ व नगर परिषद के अन्य लोगों का चेहरा देखकर तिलक किया जा रहा है, और इस दौरान यह भी नहीं देखा जा रहा कि वाकई वह नगर को साफ सुथरा बनाने में कोई भूमिका निभा भी रहे हैं अथवा नहीं।

जिनको जागरूक करने की जिम्मेदारी वही सुनाते रहे समस्या
इस बैठक का आयोजन स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए नगर में और क्या अच्छा किया जा सकता है, इसके लिए किया गया था और लोगों से उनके सुझाव मांगे गए थे। लेकिन देखने को मिला कि महीनों पहले लोगों को जागरूक करने और स्वच्छता का संदेश लोगों तक पहुचाने के लिए जिन लोगों को स्वच्छता का ब्रांड एंबेसडर बनाया गया वही लोग अपनी समस्याएं सुनाते रहे।

मांस की दुकानें और नालियों की होगी सफाई
इस बैठक में लोगों ने कहा कि सड़क पर गन्दगी करने वाले लोगों पर चालानी कार्रवाई की जा रही है लेकिन अब तक सड़क किनारे मांस की दुकानों को नहीं हटाया जा रहा है। अब  एसडीएम ने इन दुकानों को हटाने को कहा है। वहीं लोगों ने शिकायत की कि नालियों की वर्षों से सफाई नही हुई है जिसके बाद सीएमओ ने सफाई दरोगा को आठ दिनों ने अंदर सभी नालियों की सफाई कराने के निर्देश दिए।

जिस डॉक्टर को गंदगी के लिए पड़ी फटकार, उसे ही बनाया स्वच्छता का ब्रांड एंबेसडर


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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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