मनरेगा के अंतर्गत मजदूरी के नाम पर निकाले जा रहे फर्जी मस्टर रोल, अधिकारी बेपरवाह

मुंगावली, स्वदेश शर्मा। कोरोना काल में केंद्र और राज्य सरकार ने इस उद्देश्य से मनरेगा के तहत कई कार्य ग्राम पंचायतों में स्वीकृत किये थे कि शहरों से गावों में पहुंच रहे मजदूरों को काम मिल सके और कोई बिना रोजगार के न रहे। लेकिन बात की जाए अशोकनगर जिले के मुंगावली ब्लॉक की तो यहां मनरेगा में सरपंच सचिव के साथ रोजगार सहायक मिलकर जमकर पलीता लगाने में जुटे हैं और अधिकांश पंचायतों में फर्जी मस्टर रोल निकाले जा रहे हैं।

ग्राम पंचायतों में किस तरह मनमानी पूर्वक मस्टर रोल निकाले जा रहे है इसका अंदाजा ग्राम पंचायत पिपरई (जो अब नगर परिषद बन चुकी है) को देखकर लगाया जा सकता है। यहां महीनों पहले कराए गए कार्य जो अब टूटने और उखड़ने लगे हैं, उन कार्य के मस्टर आज भी निकाले जा रहे हैं और आज भी कागजों में कई मजदूर मजदूरी कर रहे हैं। ऐसी ही स्थिति बरखेड़ा पिपरई में है जहां महीनों पहले जो कार्य हो चुके है उनके नाम पर आज भी मस्टर निकाले जा रहे हैं। यह तो बानगी मात्र है, ऐसी ही स्थिति अधिकांश पंचायतों में है।

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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।