बालाघाट। सुनील कोरे| Balaghat News 2 जून को बिरसा थाना अंतर्गत मानेगांव निवासी 21 वर्षीय युवती की रेप के हत्या मामले में बिरसा पुलिस (Birsa Police) ने आरोपी 60 वर्षीय दुख्खु पिता गुलाल विश्वकर्मा को गिरफ्तार किया है। जिसने पुलिस पूछताछ में स्वीकार किया है कि उसने युवती को पैसे का लालच देकर खेत में ले गया। जहां उसके साथ दुष्कर्म (Rape) करने के बाद पहचान उजागर होने के डर से युवती का गला घोंटकर हत्या कर दी। जिसके बाद उसने शव को मानेगांव-रमगढ़ी रोड किनारे बने पानी के डबरे में फेंक कर उसे घासफूस से ढंक दिया था, ताकि किसी को युवती का शव नहीं दिखे। वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन मंे बिरसा पुलिस ने युवती की रेप के बाद हत्या किये जाने के सनसनीखेज मामला का खुलासा कर दिया। सनसनीखेज मामले को सुलझाकर आरोपी को गिरफ्तार करने में अपनी अहम भूमिका निभाने वाले बिरसा पुलिस टीम को पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी द्वारा नगद ईनाम देने की घोषणा की गई है।
गौरतलब हो कि 2 जून को मानसिक रूप से विक्षिप्त युवती का शव मानेगांव-रमगढ़ी रोड किनारे खेत में बने पानी के डबरे से नग्न हालत में पुलिस ने बरामद किया था। जिसके शव को हत्यारे ने खेत में बने पानी के डबरे में घासफूस से ढांक दिया था, ताकि इसको किसी को इसका पता नहीं चल सके। लेकिन युवती का शव दिखाई देने के बाद जानकारी मिलने पर बिरसा पुलिस ने घटनास्थल पहुंचकर मृतिका युवती का शव बरामद करने के बाद उसी दिन शव का पीएम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया था। घटना की प्रारंभिक जांच के बाद बिरसा थाने में युवती के साथ रेप के बाद उसकी हत्या मामले में अज्ञात आरोपी के खिलाफ धारा 302,376,201 भादंवि के तहत अपराध दर्ज कर जांच में लिया था।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस महानिरीक्षक द्वारा आरोपी की अविलंब पतासाजी के दिये गये निर्देश के परिपालन में घटनास्थल मानेगांव-रमगढ़ी मार्ग पर गुमानसिंह नेताम के खेत में बने पानी के गढ्ढे का सूक्ष्मता से निरीक्षण किया गया और एफएसएल एवं डॉग स्कॉड की मदद से घटनास्थल से पुलिस ने भौतिक साक्ष्य संकलित किये। जिसके बाद घटना की वजह, साक्षीगणों से पूछताछ और संदिग्ध व्यक्तियों की तलाश के लिए वरिष्ठ अधिकारियों के दिशा निर्देश पर मामले की विवेचना के लिए टीम गठित की गई।
मामले की विवेचना कर रही मलाजखंड, बैहर और बिरसा पुलिस ने घटनास्थल पर मिले भौतिक साक्ष्य और साक्षीगणों से पूछताछ के आधार पर 60 वर्षीय दुख्खु विश्वकर्मा को अभिरक्षा में लेकर उससे पूछताछ की गई तो उसने स्वीकार किया कि उसने युवती के साथ दुष्कर्म करने के बाद उसकी हत्या कर दी।
बताया जाता है कि आरोपी दुख्खु का अपना कोई उसके साथ नहीं रहता है, वह गांव में ऐसे ही घूमा करता था और कहीं मजदूरी कर वह अपना जीवनयापन करता था। जिसके द्वारा मानसिक युवती के साथ दुष्कर्म कर उसकी हत्या करने जैसे गंभीर कृत्य को अंजाम दिये जाने पर पुलिस भी हतप्रभ है, लेकिन आरोपी के कबुलनामे और भौतिक साक्ष्य आरोपी के विरूद्ध होने से यह साफ हो गया है कि आरोपी ने युवती को अपनी हैवानियत का शिकार बनाया और इस अपराध से स्वयं को बचाने उसने युवती की हत्या कर दी। आरोपी की स्वीकारोक्ति के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय में पेश किया। जहां से उसे न्यायिक रिमांड पर उपजेल भिजवा दिया गया है।
मानसिक रूप से विक्षिप्त युवती की रेप के बाद हत्या किये जाने के सनसनीखेज मामले के आरोपी को गिरफ्तार करने में पुलिस महानिरीक्षक के.पी. व्यंकटेश्वर, उपपुलिस महानिरीक्षक अनुराग शर्मा, पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी के दिशा निर्देश, बैहर एडीएसपी श्याम कुमार मेरावी, एसडीओपी कृपाशंकर द्विवेदी के मार्गदर्शन में बिरसा थाना प्रभारी रविकांत डेहरिया, उपनिरीक्षक अवधेशसिंह भदौरिया, महिला उपनिरीक्षक फूलकली तिलगाम, उपनिरीक्षक जे.पी. पटेल, सतीश दुबे, रंजीत सराठे, आरक्षक दीपक लोधी, नागवेन्द्र पांडे, सैनिक रवनू धुर्वे और स्टॉफ की भूमिका सराहनीय रही।