बालाघाट, सुनील कोरे। लांजी में दिल दहला देने वाली घटना में फिरौती के लिए 13 वर्षीय बच्चे की अपहरण (kidnapping) के बाद बेरहमी से हत्या (murder) कर दी गई। बच्चे का शव पुलिस को आरोपी द्वारा किराये से लिये गये मकान में रखे ड्रम में मिला। आरोपी ने बालक की हत्या करने के बाद उसका मुंह टेप से बंद कर ड्रम में डाल दिया था। यही नहीं, आरोपी ने शव को छिपाने के लिए ड्रम में भी टेप पट्टी चिपका दी थी। इस घटना के बाद से इलाके में शोक का माहौल है।
खास बात यह है कि इस मामले में आरोपी पीड़ित बालक के परिचित था। इतना ही नहीं, वो घटना के बाद पीड़ित परिवार के साथ बच्चे की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराने थाने भी आया था। जिसके बाद वह पुलिस के साथ बच्चे को ढूंढने का नाटक भी रहा था। लेकिन दूसरे दिन एकाएक अपने कमरे से लापता होने और उसका मोबाईल बंद होने से वह संदेह के दायरे में आया। इसके बाद जब पुलिस ने उसे जबलपुर से पकड़ा और पूछताछ की तो उसने हत्या की बात स्वीकार कर ली। हालांकि पुलिस ने अभी आरोपी का नाम जाहिर नहीं किया है, लेकिन सूत्रों की मानें तो आरोपी बिसोनी निवासी है जो कबाड़ी का काम करता है। इसने फिरौती के लिए बालक खिलेश पिता दिनेश बुराड़े का अपहरण किया था। बाद में उसने बेरहमी से खिलेश की हत्या कर उसके शव को ड्रम में भर दिया।
परिवार और पुलिसवालों के साथ आरोपी ढूंढता रहा बच्चे को
7 फरवरी को नंदोरा घोटी निवासी दिनेश बुराड़े के 13 वर्षीय बेटा खिलेश लापता हो गया। जिसके बारे में कुछ पता नहीं चलने पर परिजनों ने रात लगभग 11 बजे पुलिस को उसके लापता होने की सूचना दी। इस दौरान आरोपी भी उनके साथ था। लांजी पुलिस ने अपहरण का मामला कायम कर जब उसकी पूछताछ शुरू की तब भी परिजनों के साथ आरोपी मौजूद था। लेकिन दूसरे दिन वो नजर नहीं आया, जिस पर परिजनों ने संदेह जाहिर किया। जब पुलिस उसके घर पहुंची तो वह लापता था, जिससे संदेह उसपर जाने लगा और पुलिस ने उसकी तलाश शुरू कर दी। पुलिस 9 फरवरी की रात जबलपुर से आरोपी को पकड़कर लांजी लाई। जहां उसने बालक खिलेश की हत्या और उसके शव को ड्रम में छिपाये जाने की जानकारी पुलिस को दी।
लांजी के खरगाल मोहल्ला में किराये के मकान में मिला बालक का शव
बताया जाता है कि लांजी के खरगाल मोहल्ला में आरोपी ने एक किराये का कमरा यह कहकर लिया था कि वह अपने कबाड़ी में नाम करने वाले वर्करों को यहां रखेगा। जिसके बाद उसने 7 फरवरी को बालक खिलेश का फिरौती के लिए अपहरण कर लिया और इस कमरे में ले आया था। लेकिन पहचान जाहिर होने के डर से आरोपी ने उसकी हत्या कर दी और उसके मुंह पर टेप की पट्टी लगाकर उसके शव को प्लास्टिक के ड्रम में भर दिया। ड्रम को भी उसने टेप से बंद कर दिया था। जब आरोपी से बालक का अपहरण कर हत्या की जानकारी मिली तो आरोपी की निशानदेही पर लांजी पुलिस ने बालक खिलेश का शव बरामद किया। इस मामले में पुलिस ने शव बरामद कर पंचनामा कार्यवाही के बाद शव का पीएम करवाकर शव परिजनो को सौंप दिया है। मृतक खिलेश के भाई ने मामले में आरोपी के अलावा और भी लोगों की संलिप्तता की आशंका जाहिर करते हुए मामले की सीबीआई जांच किये जाने की मांग की है।
जनप्रतिनिधियों ने की कड़ी कार्यवाही की मांग
इस घटना के बाद क्षेत्रीय विधायक हिना कांवरे ने अपनी विधानसभा क्षेत्र में पहली बार घटित इतने सनसनीखेज हत्याकांड की कड़े शब्दो में निंदा करते हुए कहा कि हत्यारे ने बेरहमी से बालक का कत्ल किया है, यह लांजी क्षेत्र में पहली ऐसी घटना है। आरोपी के खिलाफ पुलिस सख्ती से जांच कर उसे कड़ी से कड़ी सजा दिलायें, ताकि भविष्य में ऐसी घटना करने वालों को सबक मिल सकें। वहीं भाजपा जिलाध्यक्ष रमेश भटेरे ने भी घटना को दुर्भाग्यपूर्ण और परिवार पर आघात करने वाला बताते हुए कहा कि आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा मिले, यह हमारा प्रयास होगा। उन्होने कहा कि इस घटना से लांजी को एक कलंक लगा है, ऐसी कभी कोई घटना पहले कभी नहीं हुई। यह एक निर्मम हत्या है, जिसके हत्यारे को फांसी दिलाने की मांग हमारे द्वारा मुख्यमंत्री से की जायेगी।
इनका कहना है
अपह्रत बालक की हत्या मामले में एक संदेही को पकड़ा गया है। जिसने घटना के बारे में जानकारी दी है, जिसके आधार पर अपह्रत बालक का शव बरामद कर लिया गया है। शव पंचनामा कार्यवाही कर पोस्टमार्टम करवारकर शव परिजनों को सौंप दिया गया है। मामले की जांच जारी है।
दुर्गेश आर्मो, एसडीओपी, लांजी