बालाघाट/सुनील कोरे
बालाघाट में चाईना की एक कंपनी ने भारतीय मजदूरों को काम पर रखने से इंकार कर दिया है। मजदूरों ने शिकायत कर कहा है कि कोरोना के डर से कंपनी उन्हें काम पर नहीं रख रही है।
भरवेली मॉयल में चाईना कोल नंबर 3 सीसी कंपनी द्वारा काम किया जा रहा है। शुरूआती दिनो में भरवेली मॉयल के साथ खनन में जुटी कंपनी द्वारा क्षेत्र के ही 60 से अधिक मजदूरों को काम पर रखा गया था। यह मजदूर कंपनी में डीलर्स, सरपेज और अंडरग्राउंड में काम कर रहे थे। लेकिन वैश्विक महामारी कोविड-19 के कारण किये गये लॉक डाउन के कारण कंपनी का काम बंद हो गया। बाद में लॉक डाउन के दौरान दी गई छूट में खनन कंपनियों को कार्य करने की सशर्त अनुमति प्रदान की गई जिसमें भरवेली मॉयल में काम कर रही चाईना कोल नंबर 3 सीसी कंपनी ने काम तो प्रारंभ कर दिया लेकिन काम पर रखे गये 60 से ज्यादा मजदूरों को उसने काम से निकाल दिया है।
इन मजदूरों का कहना है कि चाईना कंपनी के जिम्मेदार लोग उन्हें कोरोना होने के डर से काम पर नहीं रखने की बात कर रहे हैं जिसके कारण वह बेरोजगार हो गये है और उनकी आर्थिक हालत दयनीय हो गई है। ऐसी स्थिति में उनके पास स्वयं और परिवार के जीविकोपार्जन की समस्या खड़ी हो गई है। मजदूर सितेश कठौते ने बताया कि चाईना कोल नंबर 3 सीसी कंपनी के साथ विगत एक वर्ष से हम सभी मजदूर कार्य कर रहे थे, लेकिन इस दौरान मार्च में कोविड-19 के कारण कंपनी का काम बंद हो गया था। जिसके बाद कोविड-19 से निपटने के लिए किये गये लॉक डाउन में खनन कंपनियों को शुरू करने की अनुमति के बाद भरवेली मॉयल में काम कर रही चाईना कोल नंबर 3 सीसी कंपनी द्वारा 20 अप्रैल से कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। लेकिन उसके बाद काम पर लगे लगभग 60 से 62 भारतीय मजदूरों को वह काम पर नहीं ले रही है। जब इस बारे में उन्होंने कंपनी से बात की तो कंपनी का कहना है कि उन्हें वरिष्ठ स्तर पर भारतीय मजदूरों को नहीं रखने को कहा गया है। कंपनी का कहना है कि यहां कोरोना फैला है, इसलिए हम तुम्हारे साथ काम नहीं करना चाहते है। जिसको लेकर मजदूरों ने मॉयल प्रबंधन से भी चर्चा की, लेकिन वहां से भी उन्हें निराशा ही हाथ लगी।
अपनी समस्या लेकर 16 जून को कंपनी द्वारा काम पर नहीं रखे जाने से परेशान मजदूरों ने जिला प्रशासन को कंपनी की शिकायत करते हुए अपनी आपबीती बताई साथ ही एक ज्ञापन भी सौंपा। भरवेली मॉयल में काम कर रही चाईना कंपनी द्वारा भारतीय मजदूरों को काम पर नहीं रखे जाने को लेकर मजदूरों में तनाव और नाराजगी देखी जा रही है। बहरहाल मजदूरों की मांग है कि उन्हें कंपनी द्वारा पूर्ववत की तरह काम पर रखे, ताकि उन्हें रोजगार मिल सकें और वह अपने परिवार का जीविकोपार्जन कर सके।