बालाघाट, सुनील कोरे। मलाजखंड थाना अंतर्गत अकलपुर में घरेलु कार्य नहीं करने पर पत्नी धर्मीबाई यादव से मारपीट कर उसकी हत्या करने के बाद पैरा में जला देने के मामले में पुलिस ने आरोपी पति भोलाराम यादव को गिरफ्तार किया है। अंधे हत्याकांड की यह गुत्थी पुलिस ने 48 घंटे के अंदर सुलझा ली।
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19 जनवरी को मलाजखंड पुलिस को सूचना मिली थी कि थाना अंतर्गत ग्राम अकलपुर में महिला धर्मीबाई पति भोलाराम यादव की आग में जलने से मौत हो गई है। जिसके बाद मलाजखंड पुलिस ने अकलपुर में भोलाराम यादव के घर से उसकी पत्नी धर्मीबाई का डहेल के कमरे में आग से जली मृत अवस्था में उसकी पत्नी का शव बरामद कर उसे पीएम के लिए भिजवाया था। चूंकि घटनास्थल से ही मामला संदेहास्पद होने से पुलिस ने वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में जांच प्रारंभ की तो मृतिका का पति भोलाराम यादव के बयान बार-बार बदल रहे थे। कभी वह कहता था कि मजदूरी करके लौटने पर देखा कि आग लगी है, कभी साथ बैठक टीव्ही देखने के दौरान पत्नी के बाहर जाने पर जब देखा तो पत्नी डहेल में लगी आग में जलने की बात कर रहा था। जिससे पुलिस को उसके बयानो में संदेह होने पर उससे कड़ाई से पूछताछ की तो उसने पत्नी को जलाकर मारने की घटना को स्वीकार कर लिया।
जिसने पुलिस को बताया कि पत्नी धर्मीबाई, घरेलु कार्य नहीं करती थी। जिसको लेकर पत्नी के साथ मारपीट कर डहेल के सड्डन में डालकर पैरा में जला दिया। आरोपी पति के अपराध स्वीकार करने के बाद पुलिस ने धारा 302, 201 भादंवि. के तहत गिरफ्तार कर लिया है। जिसे पुलिस ने गिरफ्तार करने के बाद न्यायालय में पेश किया।
अंधे हत्याकांड को 48 घंटे के भीतर सुलझाने में वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में डोमनसिंह मरावी, उपनिरीक्षक जितेन्द्रसिंह जादौन, एएसआई कैलाश उइके, आरक्षक सुनील बघेल, अब्दुल गालिब, दिगंबर बिसेन, महिला आरक्षक ललिता बिसेन, चंद्रकला बंजारे और सैनिक पुरूषोत्तम तुरकर का सराहनीय योगदान रहा।