इस शिक्षक ने लांघी अपनी सारी मर्यादा, सरकारी कॉलेज से सामने आई शर्मसार करने वाली घटना

Gaurav Sharma
Updated on -

बैतूल, वाजिद खान

जिले के एक सरकारी कॉलेज से शर्मनाक घटना सामने आई है, जिसमें एक सिरफिरा शिक्षक छात्रा को मारने के लिए पत्थर लेकर दौड़ रहा है और छात्रा भाग रही है। इसके बाद छात्रा को उसने कालेज के अंदर पकड़ा और थप्पड़ मार कर उससे दुपट्टा छीन लिया। मामले की शिकायत होने के बाद पुलिस ने इस सिरफिरे शिक्षक को हिरासत में लेकर मामला दर्ज कर लिया है।

इस घटना से कालेज की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं। दरअसल सोमवार को बैतूल के सबसे बड़े सरकारी कालेज जीएच कॉलेज में एडमिशन की कार्रवाई चल रही थी और किसी कार्य के लिए एमकॉम की पढ़ाई कर रही छात्रा कालेज पहुंची थी। कालेज परिसर में छात्रा मोबाइल पर बात कर रही थी इस दौरान एक शिक्षक उसके पास आया और उसने बोला कि वह उसे क्यों घूर रही है। छात्रा ने बोला कि वह घूर नहीं रही है फोन पर बात कर रही है। इस बात के बाद इस शिक्षक ने हाथ में पत्थर उठाकर छात्रा को मारने की कोशिश की। जब छात्रा अपनी जान बचाने के लिए भागी तो शिक्षक उसके पीछे भागता रहा।

जैसे ही छात्रा कॉलेज के अंदर गई शिक्षक भी अंदर पहुंच गया और उसने छात्रा को पकड़कर थप्पड़ मारना शुरू कर दिया, इसके बाद उसका दुपट्टा छीन लिया और पैर से दुपट्टा घसीटते हुए ले गया। ये पूरी घटना कालेज में लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई । कालेज  प्रबंधन ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस कालेज पहुंची और आरोपी को हिरासत में लेकर उसे हवालात में बंद कर दिया है।

पुलिस का कहना है कि शिक्षक के खिलाफ तत्काल धारा 151 का मामला पंजीबद्ध किया गया है और छात्रा के बयान के बाद धाराएं बढ़ाई जाएंगी । बैतूल के नगर निवासी विनोवा वार्ड निवासी शिक्षक नरेंद्र सराठे उड़दन गांव के सरकारी प्राथमिक स्कूल में पदस्थ है । वह कॉलेज किस लिए गया था यह किसी को पता नहीं है।

इस घटना के बाद कालेज परिसर में लगाई गई सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं। गंज थाना के टीआई सुरेश सोलंकी का कहना है कि जिस कॉलेज में एमकॉम की छात्रा फोन पर बात कर रही थी तभी शिक्षक वहां आया और उसने छात्रा से बोला कि वह घूर क्यों रही है इसके बाद वह छात्रा को पत्थर मारने के लिए दौड़ा। छात्रा भागी ऐसा पता चला है कि कॉलेज के अंदर छात्रा के साथ मारपीट हुई है। आरोपी को पुलिस ने हिरासत में लेकर मामला दर्ज कर लिया है।

 


About Author
Gaurav Sharma

Gaurav Sharma

पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

Other Latest News