बैतूल, वाजिद खान। बैतूल (Betul) में सरकारी स्वास्थ्य सेवाएं मरीजों को मुसीबत बन रही है। जिला अस्पताल (Betul District Hospital) परिसर में करोड़ों रुपए के बने ट्रामा सेंटर (trauma center) भवन में लिफ्ट चालू नहीं होने से गर्भवती महिलाओं (pregnant women) को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मरीज बोल रहे हैं उन्हें ऊपर चढ़ने उतरने में दिक्कतें होती हैं और अस्पताल प्रबंधन बोल रहा है कि जल्द ही लिफ्ट चालू करवाई जाएगी।
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पैदल या व्हीलचेयर के सहारे प्रसूति वार्ड में जाती ने गर्भवती
बैतूल जिला अस्पताल परिसर में बने ट्रामा सेंटर की बहुमंजिला इमारत तो स्वास्थ्य विभाग ने बना दी, लेकिन लिफ्ट लगने के बाद भी चालू नहीं होने से मरीजों को रेम्प से चढ़कर ऊपरी मंजिल पर पहुंचना पड़ता है। सबसे ज्यादा खराब हालात ट्रामा सेंटर में हैं, यहां ऊपरी मंजिल पर प्रसूति वार्ड तक व्हील चेयर पर गर्भवती महिलाओं को ले जाना पड़ता है। यहां लिफ्ट का काम दो सालों से चल रहा है लेकिन आज तक पूरा नहीं हो पाया है। इसके चलते मरीजों को परेशानी हो रही है। 3 करोड़ 73 लाख की लागत से बने ट्रामा सेंटर के प्रथम मंजिल में गर्भवती महिलाओं के लिए कोई प्रसूता वार्ड है और यहां जाने के लिए उन्हें लिफ्ट नहीं रेम्प का सहारा लेना पद रहा है।
ट्रामा सेंटर में प्रथम मंजिल पर जाने के लिए डेढ़ साल पहले लिफ्ट लगा दी गई है लेकिन एयरलिफ्ट अभी तक चालू नहीं हुई है, जिसके कारण गर्भवती महिलाओं को पैदल या व्हीलचेयर के सहारे प्रसूति वार्ड में ले जाया जाता है। बताया जा रहा है कि लिफ्ट की डिजाइन गलत होने के कारण अभी तक उसे हैंडोवर नहीं किया गया । जिसका खामियाजा गंभीर मरीजों को भुगतना पड़ रहा है ।
लिफ्ट चालू करने को लेकर बैतूल सीएमएचओ डॉ एके तिवारी का कहना है कि लिफ्ट चालू नहीं हुई है इसको लेकर सिविल सर्जन से बात करके जानकारी लेंगे और आउट सोर्स से कर्मचारियों की व्यवस्था कर जल्द ही लिफ्ट चालू करवाएंगे।