सम्मेद शिखर को पर्यटन स्थल बनाने के विरोध में जैन समाज ने निकली मौन रैली, राष्ट्रपति के नाम सौंपा ज्ञापन

Amit Sengar
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Betul Jain Community Protest News : मध्य प्रदेश के बैतूल जिले में बुधवार को सकल जैन समाज ने झारखंड स्थित जैन तीर्थ सम्मेद शिखर को पर्यटक स्थल घोषित करने का विरोध किया। समाज ने विरोध में अपने प्रतिष्ठान बंद रखे, बड़ी मौन रैली निकाली और मांग पत्र कलेक्टर को सौंपा है।

सम्मेद शिखर को पर्यटन स्थल बनाने के विरोध में जैन समाज ने निकली मौन रैली, राष्ट्रपति के नाम सौंपा ज्ञापन

यह है पूरा मामला

बता दें कि समाज में झारखंड सरकार की कार्रवाई से नाराजगी है। जैन समाज के धर्मावलंबी श्री शांतिनाथ दिगंबर जैन मंदिर में एकत्रित हुए। यहां से एक बड़ी मौन रैली निकाली गई, जिसमें बड़ी तादाद में जैन समाज के अनुयायी शामिल हुए। कलेक्टोरेट पहुंची रैली के बाद यहां राष्ट्रपति को संबोधित एक ज्ञापन सौंपा गया। समाज ने मांग की है की 20 जैन तीर्थंकरों और अनंत संतो की मोक्षस्थल सम्मेद शिखर ‘ पारसनाथ पर्वतराज, गिरिडिह ( झारखंड ) को स्वतंत्र पहचान, पवित्रता और संरक्षण दिया जाए।

पर्यटन सूची से बाहर किए जाने की मांग

समाज के प्रकाश जैन ने बताया की पारसनाथ पर्वतराज ‘ को वन्य जीव अभ्यारण्य, पर्यावरण पर्यटन के लिए घोषित इको सेंसिटिव जोन के अंतर्गत जोनल मास्टर प्लान व पर्यटन मास्टर प्लान, पर्यटन/धार्मिक पर्यटन सूची से बाहर किए जाने की मांग की गई है। उन्होंने कहा की पारसनाथ पर्वतराज ‘ को बिना जैन समाज की सहमति के इको सेंसिटिव जोन के अंतर्गत वन्य जीव अभ्यारण्य का ‘ एक भाग ‘ और तीर्थ माना जाता है। ऐसा लिखकर तीर्थराज की स्वतंत्र पहचान व पवित्रता नष्ट करने वाली झारखंड सरकार की अनुशंसा पर केंद्रीय वन मंत्रालय द्वारा जारी अधिसूचना को अविलंब रद्द किया जाए।
बैतूल से वाजिद खान की रिपोर्ट


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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