बैतूल, वाजिद खान। मदर्स डे (Mother’s Day) पर आइये हम आपको मिलवाते है मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के बैतूल (Betul) में खंजनपुर इलाके में रहने वाली किन्नर गुरु शोभा से जिन्होंने अपनों के द्वारा छोड़ी गई दो मासूमों को अपनाया और बेटी बनाया, जिसमें एक साढ़े आठ साल की रानी और एक डेढ़ साल की पिंकी जिन्हें बड़े लाड़ प्यार से शोभा गुरु माँ बनकर पाल रही है। आपको बता दें कि दोनों मासूमों का कोई सहारा नहीं है। किन्नर गुरु शोभा को जब इन बच्चों के बेसहारा होने की जानकारी मिली तो उन्होंने इन बच्चों को अपना लिया। रानी को वे बीते चार साल से पढ़ा लिखा रही है। जिसके लिए उन्होंने उसका दाखिला शहर के एक बड़े स्कूल में करवाया हुआ है। वह पढ़ कर काबिल बन जाये इसके लिए वे पूरा जतन करती है। ऐसे ही डेढ़ साल की पिंकी को भी देखभाल वे एक माँ की तरह कर रही है।
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जाहिर है जब इस दौर में अपने साथ छोड़ देते है ऐसे में परायो को गले लगाने की मिसाल बहुत कम मिलती है। किन्नर शोभा गुरु के इस जज्बे ने उन लोगों को एक सबक दिया है जिनके अपने अपनों से दूर वृद्धाश्रम या अनाथालयों में जिंदगी गुजारते है। ऐसे में आज हम आपको एक ऐसी मां से मिलवाएंगे जिसने दो मासूमों को जन्म तो नहीं दिया लेकिन वह उन्हें खूब जतन से पाल रही है। खुदगर्जी भरी इस दुनिया मे जब पारिवारिक रिश्ते बोझ लगने लगते है ऐसे में परायो को अपना बनाने की यह मिसाल पेश की है किन्नर शोभा गुरु ने जो दो मासूमों का सहारा बन गयी है।