बैतूल, डेस्क रिपोर्ट। लद्दाख में श्योक नदी में गिरने से भारतीय सेना के सात जवान शहीद हो गए। इन बलिदानियों में एक जवान बैतूल जिले के बिसनूर गांव का निवासी था। हादसे की खबर मिलने के बाद से गांव में शोक की लहर व्याप्त है। बताया जा रहा है कि बिसनूर गांव के निवासी दशरथ साहू के पुत्र गुरुदयाल साहू सेना में सूबेदार के पद पर 22 मराठा लाइट इन्फेंट्री रेजीमेंट में पदस्थ थे। वर्तमान में उनकी तैनाती लद्दाख क्षेत्र में थी। बस हादसे में उनकी भी जान चली गई, शहीद गुरुदयाल साहू का पार्थिव शरीर का रविवार को बैतूल के बिसनूर में अंतिम संस्कार किया जाएगा। पार्थिव देह प्लेन के माध्यम से दिल्ली पहुंच गई है। रविवार सुबह सात बजे सेना के प्लेन से नागपुर लाया जाएगा, जहां से आर्मी वाहन से बिसनूर पहुंचेगा। हादसे में शहीद हुए भारतीय सेना के सात जवानों में सूबेदार शिंदे विजय राव सरजेराव, नायब सब गुरुदयाल साहू, हवलदार एमडी सैजल टी, नायक संदीप पाल, जादव प्रशांत शिवाजी और रामानुज कुमार, लांस नायक बप्पादित्य खुटिया शामिल हैं।
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जानकारी के अनुसार, शुक्रवार सुबह करीब नौ बजे सैनिकों की बस (जेके10-6245) परतापुर के ट्रांजिट कैंप से हनीफ सब सेक्टर की ओर निकली। बस में अग्रिम इलाकों में तैनाती के लिए जा रहे 26 सैनिक सवार थे। परतापुर से करीब 25 किलोमीटर दूर थोयस के पास लरगयाब-पच्छाथांग के पास बस अनियंत्रित होकर 90 फीट खाई में लुढ़कते हुए नीचे श्योक नदी में जा गिरी। जहां बस गिरी, वहां नदी में पानी गहरा नहीं था। हादसे का पता चलते ही स्थानीय लोगों के साथ लद्दाख पुलिस व सेना के जवान पहुंच गए। शुक्रवार को हुए इस हादसे की खबर परिजनों दे दी गई है, वही अब गांव के लोग और रिश्तेदार पार्थिव देह पहुंचने का इंतजार कर रहे हैं।