बैतूल। जनता कर्फ्यू के नाम पर अब कई जगह पुलिस की सख्ती हद पार करने लगी है। ऐसा ही एक मामला बैतूल में नज़र आया। लॉकडाउन के दौरान आवश्यक सेवाओं और अस्पताल जाने के लिये अनुमति होती है लेकिन लल्ली चौक पर पुलिस ने अस्पताल जा रहे एक वकील की बेरहमी से पिटाई कर दी।
पीड़ित वकील दीपक बुंदेले कोठीबाजार का रहने वाले हैं और पिछले 13-14 साल से शुगर और बीपी के मरीज है। 23 मार्च की शाम चक्कर आने और तबियत ठीक न लगने पर वे जिला अस्पताल उपचार कराने के लिए जा रहे थे तभी रास्ते में पुलिस ने उन्हें रोक लिया। पूछताछ के दौरान वकील ने पुलिस को बताया कि वो अस्पताल जा रहे हैं लेकिन पुलिस ने उनके साथ गाली गलौज शुरू कर दी। इतना ही नहीं एक पुलिसकर्मी ने उन्हें तमाचा जड़ दिया और फिर पाइप से उनकी पिटाई की जिसके उनके कान का पर्दा फट गया और चोटों के निशान उनके शरीर पर बन गए। इस घटना से दुखी पीड़ित ने मामले की शिकायत पुलिस अधीक्षक से की है, साथ ही उन्होने न्यायालय में इसके विरुद्ध मुकदमा दर्ज करने की बात भी कही है।
पीड़ित वकील का कहना है कि तीसरा दिन है और मेरे कान से खून बहना नहीं रुक रहा। 23 मार्च को पुलिस की पिटाई के बाद से अब तक निरन्तर खून आ रहा है। शुगर का मरीज़ हूँ इस लिये पता नहीं कब तक ये समस्या बनी रहेगी। कम से कम बैतूल sp को सरकार को तत्काल प्रभाव से निलंबित करना चाहिए। जिस से पुलिस की कोरोना के नाम पर चल रही दसवीं पास डॉक्टरी और गुंडागर्दी कम हो। दीपक बुंदेले ने एसपी कार्यालय में सौंपी शिकायत में मांग की है घटना के समय लल्ली चौक पर तैनात सभी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए साथ ही उन्होने अपनी शिकायत की कॉपी मुख्य न्यायाधीश सर्वोच्च न्यायालय, राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग और बार एसोसिएशन जबलपुर को भी भेजी है।