मंडी प्रबंधन की लापरवाही किसानों पर पड़ी भारी, बारिश में भीगे मक्का के हजारों बोरे

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बैतूल, वाजिद खान। बैतूल में रविवार कि सुबह हुई अचानक बारिश बारिश किसानों के लिए मुसीबत बन गई कृषि उपज मंडी प्रांगण में खुले मैदान में पड़ी मक्का गीली हो गई, जिसके कारण किसान परेशान हो रहे हैं मंडी के अधिकारियों का कहना है कि कृषि उपज मंडी की क्षमता से ज्यादा आवक होने के कारण व्यवस्था बिगड़ रही है। बैतूल कृषि उपज मंडी में मक्के की बंपर आवक के कारण किसानों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है 25 से 30 हजार बोरे मक्के की आवक होने के कारण 2 से 3 दिन तक तुलाई नहीं हो पा रही है। जिसके कारण मंडी प्रांगण में बने शेड कम पड़ जाते हैं और किसानों की हजारों बोरे मक्का खुले मैदान में रखनी पड़ती है।

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रविवार की सुबह अचानक हुई बारिश के कारण खुले मैदान में पड़ी मक्का गीली हो गई है । कुछ किसानों ने प्लास्टिक डाल कर ढक दी थी मगर उसके बाद भी भारी मात्रा मक्का गीली हो गई । मक्का गीली होने के कारण व्यापारी गीली मक्का तुलवाने के लिए तैयार नहीं है उन्होंने किसानों को बोल दिया है कि जब मक्का सूख जाएगी तब चलाई जाएगी। कृषि उपज मंडी के अधिकारियों का कहना है कि मंडी की क्षमता से कहीं ज्यादा आवक होने के कारण व्यवस्था गड़बड़ होती है लेकिन कोशिश की जाती है कि किसानों को परेशानी ना हो और उन्हें ज्यादा से ज्यादा सुविधा दी जाए ।

मंडी प्रबंधन की लापरवाही किसानों पर पड़ी भारी, बारिश में भीगे मक्का के हजारों बोरे


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Harpreet Kaur

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