बैतूल, वाजुद खान। भारत, नेपाल और ऐसे ही कई देशों के नाम पर आपने बच्चों के नाम सुने होंगे, लेकिन एक मां ने इन सबसे अलग अपनी बेटी को जन्म देने के बाद उसका नाम बैतूल (betul) रखा है। दरअसल आगरा निवासी यह महिला नर्सिंग की परीक्षा देने बैतूल आई थी। इसी दौरान प्रसव वेदना होने पर उन्हें जिला अस्पताल में उसे भर्ती किया गया जहां महिला ने एक स्वस्थ बालिका को जन्म दिया। इसके बाद बुधवार को महिला बैतूल जिले से अपनी नन्हीं बिटिया बैतूल को लेकर आगरा रवाना हो गई। बैतूल के जिला अस्पताल में उनकी बेटी की किलकारी पहली बार गूंजी इसलिए उन्होंने इस जगह को हमेशा याद रखने के लिए बच्ची का नाम ही बैतूल ही रख दिया। जिले के लिए भी यह गर्व के साथ-साथ रोचक भी है कि अब जिले के नाम एक बालिका के नाम के रूप में बार-बार आगरा में गूंजता रहेगा।
कुसमा ने नवजात बेटी को दिया बैतूल बघेल नाम
17 फरवरी को सुबह आगरा से बैतूल पहुंची कुसमा पति मनोज बघेल ने बताया कि वह नर्सिंग की परीक्षा देने राजा भोज कॉलेज बैतूल आई थी। कुसमा 9 माह की गर्भवती थी। परीक्षा के बाद वह एक दिन रुक गई और 18 फरवरी को जब उन्हें प्रसव पीड़ा प्रांरभ हुई तो उन्हें वहीं जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस तरह 18 फरवरी को दोपहर 2.55 पर कुसमा ने एक स्वस्थ बालिका को जन्म दिया। उनका कहना है कि इस शहर बैतूल ने उसका दामन खुशियों से भर दिया है। पहली बेटी के जन्म पर परिवार और कुसमा इतनी अधिक खुश हुए कि उन्होंने बैतूल को हमेशा याद रखने के लिए अपनी बेटी का नाम ही बैतूल रख दिया।
बैतूल हमेशा यादों में रहेगा
कुसमा ने बताया कि भले ही वह परीक्षा देने बैतूल आई थी, लेकिन बैतूल में उनकी बेटी का जन्म हुआ है इसलिए यह शहर उन्हें हमेशा याद रहेगा। अपनी बेटी का नाम बैतूल भी उन्होंने इसलिए रखा है कि वे चाहकर भी इस शहर को न भूलें। आगरा शहर में रहने वाली कुसमा बैतूल से भले आगरा लौट गई हों, लेकिन वह बैतूल से अपनी बैतूल को लेकर लौट रही हैं।