Bhind-Husband Murdered in Gohad : शादी के बाद भी अपने प्रेमी को न भूलने वाली एक पत्नी अपने पति के खिलाफ ऐसी साजिश रची कि सुनकर पुलिस भी हैरान रह गई, इस महिला ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति को मौत के घाट उतार दिया और फिर उसका शव जलाकर अवशेष चम्बल नदी में बहा दिए, खास बात यह रही कि खुद आरोपी पत्नी के पिता ने ही इस पूरे मामलें की अहम कड़ी बेटी के प्रेमी के बारे में पुलिस को बताया जिसके बड़ा पूरे मामले का खुलासा हुआ।
स्टेशन से अचानक लापता हुआ पति
दरअसल भिंड के गोहद का रहने वाला 25 साल का मोनू भदौरिया 9 फरवरी को लापता हो गया, वह विजयवाड़ा के टोल नाके पर काम करता था और पत्नी के जन्मदिन के लिए वापस गोहद आया था, लेकिन वह स्टेशन से घर नहीं पहुंचा। उसके पिता रघुवीर सिंह भदौरिया ने 10 फरवरी को भिंड जिले के गोहद चौराहा थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि वह ग्वालियर से अपने गांव के लिए निकला था। गोहद चौराहा तक तो उसकी लोकेशन मिली, लेकिन इसके बाद पता नहीं है। मोनू की गुमशुदगी की गुत्थी सुलझाना पुलिस के लिए आसान नहीं था।
आरोपी महिला के पिता ने ही दिया पुलिस को क्लू
यह केस पुलिस के लिए काफी पेचीदा हो गया, पुलिस ने इस मामलें में हर तरह से छानबीन शुरू कर दी, पुलिस ने मोनू की लास्ट लोकेशन निकाली जो ग्वालियर स्टेशन की निकली, यहाँ पुलिस ने CCTV फुटेज निकाले और चेक किए इसी दौरान पुलिस की मोनू स्टेशन से बाहर आता दिखाई दिया, यह फुटेज पुलिस ने परिजनों को भी दिखाए, अचानक फुटेज देखते आरोपी पत्नी के पिता ने दामाद के पीछे बेटी के प्रेमी अनुराग को देखा। यहीं से पुलिस को क्लू मिला। जांच में इन दोनों के प्यार के चर्चे की बात सामने आई। और फिर प्रेमी-प्रेमिका सलाखों के पीछे जा पहुंचे। पुलिस ने पत्नी और उसके प्रेमी समेत 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। एक अन्य आरोपी को पुलिस तलाश रही है।
मई में ही हुई थी दोनों की शादी
दरअसल दोनों परिवार की रजामंदी से 9 मई 2022 को मोनू और राधा की शादी हुई थी। शादी के बाद मोनू को मालूम पड़ गया कि राधा का कोई प्रेमी है। राधा के हाथ पर A लिखा होने को लेकर मोनू अक्सर उससे सवाल करता था। इसी बात पर दोनों के बीच झगड़े होते थे। मोनू को राधा के प्रेमी अनुराग के बारे में सब पता चल गया था, उसने राधा को कई बार समझाया और चेतावनी भी दी लेकिन राधा नहीं मानी, इससे परेशान मोनू उसे ससुराल में ही चोदर विजयवाड़ा चला गया जहां उसने टोल पर नौकई कर ली, इशर राधा लगातार प्रेमी अनुराग से बात करती रही और उसने अनुराग के साथ रहने की प्लानिंग बनाते हुए मोनू को रास्ते से हटाने की योजना बनाई जिसके बाद राधा ने मोनू को फोन कर माफी मांगी और उसे घर आने के लिए कहा , मोनू ने समझा शायद राधा ने उसकी बात मान ली है और अब वह उसके साथ रहना चाहती है, मोनू इसी उम्मीद में घर लौट लेकिन स्टेशन पर ही अनुराग ने उसे लिफ्ट देने के बहाने कार में बैठाया और फिर दोस्तों के साथ मिलकर गला घोंटकर मौत के घाट उतार दिया। मुख्य आरोपी अनुराग चौहान के बयान के आधार पर पुलिस ने हत्या में शामिल उसके दोस्तों को गिरफ्तार कर लिया। हत्या में सहयोग करने वाले सभी आरोपी अनुराग के साथ भिंड में पढ़ाई करते थे। इन्हीं में से एक आरोपी ट्रैवल एजेंसी चलाता है। उसी की कार में हत्या की गई है। आरोपियों ने मोनू का शव पांडरी गांव के नजदीक बीहड़ में शव पर पेट्रोल डालकर जलाया। पूरी तरह से शव नहीं जलने पर अगले दिन दोबारा जलाया। शव के अधजले अवशेष को बोरे में भरकर उत्तर प्रदेश की सीमा में ले जाकर फेंका, ताकि पुलिस को सुराग नहीं मिल सके।