भिंड। मध्य प्रदेश में एंटी माफिया अभियान तेज़ी से चल रहा है। भिंड जिले में रेत माफियों पर एंटी माफिया अभियान के तहत अभी तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की है। जिले के सांदुरी में खनन माफिया सिंधि नदीं में लंबे समय से रेत खनन कर रहे हैं थे। प्रशासन ने इन माफियाओं पर कार्रवाई करते हुए 10 पनडुब्बी को जब्त किया है। सिंध नदी में रेत खनन किया जा रहा था। यह कार्रवाई एसडीएम गणेश जायसवाल के नेतृत्व में की गई। विभाग ने मौके से दो पनडुब्बी को आग के हवाले करवाकर नष्ट भी किया है।
जानकारी के मुताबिक, टीम के पहुंचते ही खनन माफिया के करीब 15 लोगों ने सिंध नदी में छलांग लगाई। कड़ाके की सर्दी में नदी तैरकर दूसरी पार पहुंचे। मौके से 6 खाली ट्रक मिले हैं। इन्हें जब्त कर थाने भिजवाया है। एएसपी संजीव कंचन भी मौके पर पहुंचे।
मेहगांव एसडीएम गणेश जायसवाल को बुधवार को सूचना मिली कि अमायन के सांदुरी गांव में बड़े स्तर पर रेत का अवैध उत्खनन किया जा रहा है। एसडीएम ने तहसीलदार रंजीत सिंह, खनिज अधिकारी आरपी भदकारिया, विजय चक्रवर्ती और पुलिस बल को साथ लिया। शाम को एसडीएम सांदुरी में सिंध नदी पर उस स्थान पर पहुंचे, जहां से रेत का अवैध उत्खनन किया जा रहा था। नदी में रेत निकालने के लिए करीब 10 पनडुब्बी डाली गईं थी। रेत परिवहन के लिए ट्रक तैयार खड़े थे। एसडीएम की टीम की गाडिय़ां देखकर खनन माफिया के करीब 15 लोग बचने के लिए नदी में कूद गए। तैरकर दूसरी पार पहंुचे और भाग निकले।
माफिया ने नदी पर बनाई थी रिपोर्टिंग चौकी
खनन माफिया ने नदी किनारे 2 तंबू में रिपोर्टिंग चौकी बनाई थी। यहां खनन माफिया के लोग रहकर रेत उत्खनन की निगरानी करते थे। यहां रहने के लिए रजाई और गद्दे भी लाए गए थे। एसडीएम ने दोनों तंबू, रजाई-गद्दे, डीजल के ड्रम को नष्ट करा दिया। नदी से रेत निकालने के लिए किनारे पर लगाई गई 2 पनडुब्बी को मौके पर ही आग के हवाले कर नष्ट करा दिया गया।