भिंड – गणेश भारद्वाज
कुपोषित बच्चों को कुपोषण से मुक्त कराने की दिशा में सरकार द्वारा चलाए जा रहे अभियानों से जोड़ते हुए गत रोज जिला चिकित्सालय में 23 युवक-युवतियों, महिला – पुरुषों ने रक्तदान किया। इस अवसर पर नव जीवन सहायतार्थ संगठन के द्वारा 110 उन रक्त दाताओं का सम्मान किया जिन्होंने 1 वर्ष में एक से लेकर 4 बार तक रक्तदान किया है। इस अवसर पर संगठन के द्वारा जिले में कार्यरत 15 चिकित्सकों का भी प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मान किया गया।
जिला चिकित्सालय भिंड एवं नवजीवन सहायतार्थ संगठन के द्वारा आयोजित ब्लड डोनेशन कैंप एवं रक्तदाता व चिकित्सक सम्मान समारोह की शोभा बढ़ाने के लिए वरिष्ठ समाजसेवी पूर्व सीएमएचओ डॉ. राधेश्याम शर्मा, वरिष्ठ समाजसेवी मनोज दैपुरिया वरिष्ठ समाजसेविका श्रीमती उमा शर्मा,पूर्व नेता प्रतिपक्ष स्वर्गीय सत्यदेव कटारे के पुत्र योगेश कटारे,नवजीवन सहायतार्थ संगठन की संरक्षिका समाजसेविका राजकुमारी जैन, जिला चिकित्सालय के सिविल सर्जन डॉ अजीत मिश्रा आरएमओ डॉ आर एन राजौरिया एवम प्रमुख रूप से मंचासीन रहे। इस गरिमामय कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ पत्रकार और समाजसेवी गणेश भारद्वाज के द्वारा किया गया।
इस अवसर पर सभी गणमान्य जनों के द्वारा 110 युवक-युवतियों, महिला – पुरुषों का सम्मान शील्ड भेंट कर किया गया। इस रक्तदान शिविर की सबसे बड़ी विशेषता यह रही इसमें चार पिता अपने पुत्रों को लेकर रक्तदान कराने के लिए आए वहीं एक माता भी अपने पुत्र को लेकर रक्तदान कराने के लिए पहुंची। साथ ही दो दंपत्ति ने भी संयुक्त रूप से यहां पहुंचकर रक्तदान किया । जहां एक और लोगों में इस बात की भ्रांति है कि रक्तदान करने से मानव शरीर को प्रॉब्लम होती है वहीं दूसरी ओर भिंड में युवाओं के परिजन उन्हें खुद प्रेरित कर रहे हैं कि वे मानव सेवा के इस परम पुनीत कार्य में आगे बढ़े और समय समय पर रक्तदान अवश्य करें। इस अवसर पर नवजीवन सहायतार्थ संगठन के वरिष्ठ कार्यकर्ता धीर सिंह कुशवाह, संगठन सचिव श्रीमती नम्रता जैन, मुदिता भारद्वाज, आलोक दैपुरिया, श्रीमती रेखा जैन, श्रीमती स्नेहलता जैन, सारिका जैन, शिक्षक गगन शर्मा, मनीष ऋषि स्वर, संदीप सिंह कुशवाह, राहुल सिंह कुशवाह, अजीत जैन, उम्मेद सिंह राजपुरोहित, मनीष जैन, गौरव जैन व ब्रजेश सोनी सहित बड़ी संख्या में रक्तदाता युवक युवतियां सम्मिलित हुए।
ये बोले मंचासीन अतिथि गण…
हमारा भिंड किसी जमाने में डकैतों के लिए कुख्यात था लेकिन इस जिले का दूसरा पहलू भी है जो अच्छा और सकारात्मक है यहां के हजारों की संख्या में सैनिक देश की सीमाओं की रक्षा कर रहे हैं और यहां के युवक युवतीयां बड़ी संख्या में अधिकारी बन रहे हैं मेरी कामना है कि यह भिंड अब डकैतों के नाम से नहीं बल्कि अच्छे और सदकार्यो के लिए जाना जाएगा।
डॉ राधेश्याम शर्मा वरिष्ठ समाजसेवी और पूर्व जिला स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी
भिंड के युवा अब हर क्षेत्र में आगे बढ़ने लगे हैं चाहे वह आईएएस आईपीएस या अन्य उच्च पदों पर आगे निकलने की बात हो या फिर समाज सेवा के क्षेत्र में भिंड के युवा जब भी आवश्यकता होती है तब रक्तदान करने के लिए जिला चिकित्सालय आ जाते हैं बड़ा हर्ष होता है जब भिंड का नाम अच्छे कार्यों में देशभर में लिया जाता है नवजीवन सहायतार्थ संगठन इस क्षेत्र में बढ़ चढ़कर कार्य कर रहा है संगठन के हम सब आभारी हैं और संगठन की उत्तरोत्तर प्रगति की कामना करते हैं।
मनोज दैपुरिया, वरिष्ठ समाजसेवी भिंड
नवजीवन सहायतार्थ संगठन ने जिले में रक्तदाता युवाओं की एक फौज खड़ी कर दी है बड़ा हर्ष होता है कि अब रक्त अल्पता की कमी से कभी कोई जान नहीं जाती है । संगठन की दम पर हर जरूरतमंद मरीज को कुछ ही देर में रक्त की उपलब्धता हो जाती है, जिससे कि मरीज की जान बच जाती है। यह प्रशंसनीय है, संगठन और उसमें कार्य करने वाले युवक-युवतियों को हम साधुवाद देते हैं ।
डॉ अजीत मिश्रा, सिविल सर्जन, जिला चिकित्सालय भिंड
भिंड में न केवल केवल पुरुष बल्कि महिलाएं भी बड़ी संख्या में रक्तदान कर रही हैं यह एक बहुत अच्छी बात है जहां समाज में महिलाएं रक्तदान करने से पुरुषों को रोकती हैं वहां अब हमारे ही समाज में ऐसी भी महिलाएं हैं जो अपने पतियों और अपने बच्चों को रक्तदान के लिए प्रेरित कर रही हैं और बड़ी अच्छी बात है कि खुद ब्लड बैंक (चिकित्सालय) लेकर पहुंचती हैं।
श्रीमती उमा शर्मा, वरिष्ठ महिला समाज सेवी भिंड
नवजीवन सहायतार्थ संगठन गत 10 वर्षों से समाज सेवा के क्षेत्र में कार्य कर रहा है पिछले तीन-चार वर्षों से रतलाम के क्षेत्र में इसमें अद्भुत काम किया है इस संगठन से जो रक्तदाता जुड़े हैं फिर निश्चित ही तारीफ के काबिल है जब भी रक्त की आवश्यकता होती है तब वे संगठन की पुकार पर दौड़े चले आते हैं।
श्रीमती राजकुमारी जैन, वरिष्ठ समाजसेविका, भिंड