Tue, Dec 30, 2025

Bhind News : अफसर कहते हैं ट्रांसफॉर्मर नहीं हैं, पूर्व भाजपा विधायक ने पकड़ी ट्रांसफॉर्मर भरी गाड़ी, भिंड बिजली विभाग में बड़े घोटाले की आशंका

Written by:Atul Saxena
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Bhind News : अफसर कहते हैं ट्रांसफॉर्मर नहीं हैं, पूर्व भाजपा विधायक ने पकड़ी ट्रांसफॉर्मर भरी गाड़ी, भिंड बिजली विभाग में बड़े घोटाले की आशंका

Bhind News : मप्र के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर को आपने अक्सर नाला साफ करते, झाड़ू लगाते, टॉयलेट साफ करते, नसेनी पर चढ़कर बिजली के तारों से झाड़ियाँ साफ करते देखा होगा, आपने उन्हें अक्सर ये कहते हुए भी सुना होगा कि मैं तो जनता का सेवक हूँ, लेकिन उनके ही विभाग के अफसर जनता की कैसी सेवा कर रहे हैं इसका ताजा उदाहरण आज भिंड में सामने आया है। इस उदाहरण ने भिंड बिजली विभाग में बड़े घोटाले की आशंका की तरफ इशारा किया है।

दरअसल भिंड के कई गांव बिजली संकट से जूझ रहे हैं , ग्रामीणों की माने तो बिजली नहीं होने से उनको पीने के पानी की समस्या हो रही है, बारिश का मौसम है बिजली नहीं होने से रात को गाँव में अँधेरा रहता है जिससे बहुत परेशानी होती है, ग्रामीणों के कहना है कि जब भी बिजली कंपनी के अफसरों के पास जाओ तो वे कहते हैं कि हमारे पास डीपी नहीं हैं तो हम ख़राब डीपी की जगह नई डीपी कैसे लगायें?

आज सुबह पुर गाँव के कुछ लड़के सुबह हाइवे पर खड़े थे, वहां खड़े आकाश शर्मा नामक युवक को पेट्रोल पम्प के पास ट ट्रांसफॉर्मर से भरी एक गाड़ी दिखाई दी, उन्होंने तत्काल फोन कर पूर्व भाजपा विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाहा को मौके पर बुला लिया और गाड़ी को रोक लिया। पूर्व विधायक ने गाड़ी को ले जाकर बिजली विभाग के पास खड़ा करवा दिया और अफसरों को फोन किया।

उन्होंने अफसरों को बहानेबाजी के लिए फटकार लगाई और ख़राब ट ट्रांसफॉर्मर हटाकर ये नए ट्रांसफॉर्मर रखवाने के निर्देश दिए, उन्होंने कहा कि बिजली विभाग के अधिकारी सरकार की छवि ख़राब कर रहे हैं, सरकार जनता के लिए ट्रांसफॉर्मर भेज रही है लेकिन अधिकारी अपने चुनिन्दा ठेकेदारों से सांठ गाँठ कर केवल उन्हें ही डीपी उपलब्ध करवाते हैं बाकी जनता परेशान होती रहती है।

पूर्व विधायक ने कहा कि अफसरों के कारण ना सिर्फ सरकार की छवि ख़राब हो रही हैं बल्कि भिंड की जनता बिजली के साथ पानी के लिए परेशान हो रही है, उन्होंने कहा कि वे इसकी शिकायत कलेक्टर और मुख्यमंत्री से करेंगे, उन्होंने मौके पर बिजली कंपनी के अफसरों को बुलाकर आसपास के गांवों के ख़राब ट्रांसफॉर्मर बदलाव दिए, बचे हुए ट्रांसफॉर्मर बिजली कंपनी के अधिकारी ऑफिस ले गए।