Bhind News : कुंवारी नदी में बहे SDRF के दो जवानों का शव बरामद, ग्रामीण को बचाने हुआ था हादसा

नदी के बीच में पहुंचने पर बोट भंवर में बुरी तरह फंस गई। साथ ही उसका इंजन भी बंद हो गया। डूबने से बचने लिए हम चारों लोग नदी में कूदे लेकिन तेज बहाव में फंस गए।

Amit Sengar
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Bhind News : मध्य प्रदेश के भिंड जिले में रेस्क्यू के दौरान कुंवारी नदी के तेज बहाव में नाव पलटने से बहे दो जवानों के शव मिल गए हैं। बताया जा रहा है कि घटनास्थल से 10 किलोमीटर दूर कनावर के नजदीक जवान हरिदास चौहान का शव मिला। वहीं कनावर से 3 किलोमीटर आगे श्योडा गांव से जवान प्रवीण कुशवाहा का शव बरामद हुआ।

बता दें कि ग्वालियर से आई NDRF की टीम उनकी तलाश में जुटी हुई थी। क्योंकि बुधवार की तुलना में आज नदी का पानी ढाई फीट कम हुआ है। बहाव भी धीमा है। जवानों को तलाशने रस्सियों के सहारे जाल बनाया गया है जिससे इस बार नाव न पलटे। तीन बोट में करीब 40 से ज्यादा जवान नदी के साथ ही दोनों किनारों के साथ नदी के पांच किलोमीटर दायरे में तलाश में जुटे रहे। इससे पहले, गुस्साए ग्रामीणों ने मौके पर पहुंचे होमगार्ड के डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट उमेश शर्मा के साथ मारपीट कर दी।

मुख्यमंत्री ने जताया दुःख

सीएम ने ट्वीट कर कहा कि रेस्क्यू के दौरान दुर्भाग्यवश SDERF की नाव पलटने से होमगार्ड व SDERF के दो जवान तेज बहाव में बह गए जिनकी मृत्यु का दुःखद समाचार मिला है। परमपिता परमेश्वर दिवंगतों की पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें एवं शोकाकुल परिजनों को यह असीम दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें।

युवक को बचाने उतरे ग्रामीण नदी में फंसे थे

देहात थाना इलाके के कचोंगरा गांव में कुंवारी नदी बहती है। इस पर चेकडैम भी बना है। बुधवार शाम को विजय सिंह राजावत की गाय पानी में फंस गई थी। विजय उसे बचाने गया, लेकिन स्वयं फंस गया। मदद के लिए उसका भाई सुनील नदी में उतरा लेकिन विजय की डूबने से मौत हो गई। यह देखकर सुनील को निकालने कुछ ग्रामीण नदी में उतरे। वे भी पानी में फंस गए। इसके बाद एसडीईआरएफ को सूचना दी गई। जवानों ने ग्रामीणों को बाहर निकाला लेकिन रेस्क्यू के दौरान टीम की नाव पलट गई। एसडीईआरएफ के डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट बृजमोहन ने बताया कि हादसे में जवान प्रवीण कुशवाहा और हरिदास चौहान लापता हो गए।

भंवर में हुआ वोट का इंजन बंद

रेस्क्यू टीम के साथ वोट पर जाने वाले दिलीप ने जानकारी देते हुए बताया कि नदी के बीच में पहुंचने पर बोट भंवर में बुरी तरह फंस गई। साथ ही उसका इंजन भी बंद हो गया। डूबने से बचने लिए हम चारों लोग नदी में कूदे लेकिन तेज बहाव में फंस गए। जैसे-तैसे हम वापस वोट पर आ गए। कुछ देर बाद एसडीआरएफ के तीनों जवान पानी में उतरे, जो भंवर की चपेट में आ गए। मैंने इनमें से एक राहुल राजौरिया को रस्सी के सहारे वोट पर चढ़ाया। प्रवीण और हरिदास पानी में ही रह गए। तेज कटाव के कारण उनकी लाइफ जैकेट भी उत्तर गई। जिससे उनकी भंवर में फंसने से मौत हो गई।


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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