राजधानी भोपाल में बन रहे एक कमर्शियल प्रोजेक्ट में दुकानें लेने वाले दुकानदार बिल्डर की धोखाधड़ी का शिकार बन गए हैं, पीड़ित दुकानदार कलेक्टर से लेकर रेरा ऑफिस, पुलिस थाने सब जगह आवेदन देकर चुके हैं लेकिन बिल्डर के खिलाफ अब तक कोई एक्शन नहीं हुआ है, हालाँकि अवैध निर्माण की शिकायत के बाद नगर निगम ने आज एक नोटिस जरुर बिल्डर को थमाया है।
भोपाल के भानपुरा में पीपुल्स यूनिवर्सिटीज के सामने नगर निगम के वार्ड 76 जोन 17 में RRV रीगल प्रोजेक्ट के नाम से एक कमर्शियल प्रोजेक्ट तैयार हो रहा है। इसमें कुछ लोगों ने व्यापार करने के उद्देश्य से दुकानें खरीदने का एग्रीमेंट किया उन्होंने सोचा कि यहाँ व्यापार कर अपने परिवार का पालन पोषण कर पाएंगे लेकिन उन्हें नहीं पता था कि बिल्डर की धोखाधड़ी का शिकार हो जायेंगे।

बिल्डर पर धोखाधड़ी के आरोप
दुकानदारों के मुताबिक RRV रीगल प्रोजेक्ट को ईवोग इंफ़्रास्ट्रक्चर सर्विसेस प्राइवेट लिमिटेड के मालिक हर्षवर्धन दीक्षित और विग्नेश वेयर हाउस डिस्ट्रीब्यूटर प्राइवेट लिमिटेड के मालिक गौरव शर्मा मिलकर बना रहे हैं, पीड़ित दुकानदारों के मुताबिक रेरा के अनुबंध के अनुसार बिल्डर को निर्माण कार्य पूरा कर नवम्बर 2023 तक दुकानों का पजेशन देना था, लेकिन बिल्डर ने पैसा तो पूरा ले लिया लेकिन अभी तक निर्माण कार्य अधूरा है और दुकानों का पजेशन भी किसी को नहीं दिया।
जीवन भर की पूंजी लगाये बैठे दुकानदार परेशान
पीड़ित लोगों का कहना है कि बिल्डर से पजेशन की बात करो तो वो धमकी देता है अपने रसूख की पावर दिखाता है, इन लोगों का कहना है कि हमने अपने जीवनभर की पूंजी लगाई है बैंक से लोन लिया है उसकी क़िस्त भरनी पद रही हैं लेकिन लगभग डेढ़ साल ऊपर बीत जाने के बाद भी अभी ये नहीं मालूम पड़ रहा कि दुकानों का पजेशन कब मिलेगा।
अवैध निर्माण पर नगर निगम ने थमाया नोटिस
दुकानदारों ने बिल्डर की धोखाधड़ी की शिकायत कलेक्टर की जन सुनवाई में भी की, पुलिस थाने में एफ आई आर के लिए आवेदन भी दिया है लेकिन कही से अभी तक कोई राहत नहीं मिली है, उधर RRV रीगल प्रोजेक्ट तैयार करने वाले लोगों ने भवन निर्माण अनुमति से अधिक निर्माण भी कर लिया जिसकी शिकायत नगर निगम में की गई जिसपर आज नगर निगम ने एक नोटिस विग्नेश वेयर हाउस डिस्ट्रीब्यूटर प्राइवेट लिमिटेड के मालिक गौरव शर्मा को थमाया है और अवैध निर्माण तत्काल रोकने के निर्देश दिए हैं।
न्याय की उम्मीद कर रहे पीड़ित दुकानदार
पीड़ित दुकानदार अपनी जीवनभर की पूंजी लगाए बैठे हैं उन्हें आस थी कि वे व्यापार धंधा कर अपने परिवार का भरण पोषण कर सकेंगे, सरकारें भी स्व रोजगार की बात करती है लेकिन ऐसे लोग बिल्डर की धोखाधड़ी का शिकार बनाकर उनका मनोबल तोड़ दते हैं ,बहरहाल इन सभी को अब रेरा से उमीद है कि वहां से जरुर एक्शन होगा, देखन होगा दुकानदारों को कब तक न्याय मिलता है।