खबर का असर : कलेक्टर डॉ वीरेंद्र सिंह रावत ने सरकारी स्कूलों के लिए जारी की गाइडलाइन

भिण्ड, गणेश भारद्वाज| बीते रोज मेहगांव अनुविभाग के गड़ी गांव के शासकीय प्राथमिक माध्यमिक स्कूल में शराब कारखाना चलता पकड़े जाने की खबर में एमपी ब्रेकिंग न्यूज़ ने जिले के समस्त शासकीय स्कूलों को असमाजिक तत्वों से मुक्त कराने कार्यवाही करने की बात कही थी। जिस पर अमल करते हुए जिलाधीश डॉ वीरेंद्र नवल सिंह रावत (collector virendra naval singh rawat) द्वारा जिले भर के शासकीय स्कूलो (Government Schools) के लिए गाइड लाइन (Guideline) जारी की है।

जिला शिक्षा अधिकारी को लिखे निर्देशात्मक पत्र में कलेक्टर डॉ वीरेंद्र सिंह रावत ने कहा है कि जिले का प्रत्येक प्राथमिक माध्यमिक हाई स्कूल व हायर सेकेंडरी स्कूल को असमाजिक तत्वों के कब्जे से मुक्त कराया जाए| शासकीय स्कूलों पर दबंगों के अवैध कब्जों को तत्काल मुक्त कराएं| शासकीय स्कूलों में सफाई और रंगाई पुताई कराई जाए| शासकीय स्कूलो में दबंगों व जनसामान्य के किसी भी प्रकार के सामान पशु आदि से तत्काल खाली कराया जाए| शासकीय स्कूलों का रिकॉड और फर्नीचर आदि का रखरखाव कर व्यवस्थित किया जाए|

गौरतलब है कि बीते दिनों जिले में पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह के द्वारा चलाए जा रहे अवैध शराब विरोधी अभियान के अंतर्गत गोरमी थाना प्रभारी मनोज सिंह राजपूत ने दल बल के साथ घड़ी गांव में अवैध शराब कारखाना होने की निशानदेही पर छापामार कार्रवाई की थी | इस कार्रवाई में गांव के स्कूल के एक कमरे में और उसके आसपास शराब कारखाना पुलिस के द्वारा पकड़ा गया है। इस कार्यवाही में अवैध नकली शराब निर्माण सामग्री और इस कारोबार से जुड़ी तमाम चीजें जप्त की गई। कोरोना के समय में लंबे समय से सैकड़ों ग्रामीण स्कूल बंद पड़े हैं जिसकी वजह से असामाजिक तत्वों ने इन स्कूलों में अपना डेरा डालना शुरू कर दिया है। किसी स्कूल में भूसा भरा हुआ है तो किसी स्कूल में पशु वाले जा रहे हैं और हद तो तब हो गई जब गोरमी थाना क्षेत्र के गढ़ी गांव में अवैध शराब माफिया ने स्कूल को ही शराब फैक्ट्री में तब्दील कर दिया।

इस मामले में कलेक्टर डॉ वीरेंद्र सिंह रावत (Collector Dr. Virendra Singh Rawat) की बड़ी कार्रवाई सामने आई थी। स्कूल के प्राचार्य सत्येंद्र सिंह तोमर के बाद दो अन्य शिक्षक श्रीकांत त्रिपाठी और अभिलाख सिंह तोमर को भी कलेक्टर श्री रावत के निर्देश पर निलंबित (Suspend) कर दिया गया है, तीनों शिक्षकों की उदासीनता, कर्तव्य में लापरवाही और अवैध शराब निर्माण कार्य में संलिप्तता के बिंदुओं पर जाँच कराए जाने की भी बात अधिकारियों ने कही है।


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न्यूज डेस्क, Mp Breaking News

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