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Fri, Dec 19, 2025

लाड़ली बहना योजना के नाम पर ठगी करने वाले गिरफ्तार, साइबर ठगों को बेचते थे महिलाओं के एकाउंट

Written by:Atul Saxena
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पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि वे महिलाओं के बैंक एकाउंट ऐसे ही झांसा देकर ले लेते हैं और फिर उन्हें साइबर ठगों को 20 हजार से 25 हजार रुपये में बेच देते हैं
लाड़ली बहना योजना के नाम पर ठगी करने वाले गिरफ्तार, साइबर ठगों को बेचते थे महिलाओं के एकाउंट

मध्य प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी लाड़ली बहना योजना पर भी अब ठगों की नजर पड़ गई है, मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव द्वारा क़िस्त की राशि बढ़ाये जाने और इसे 3000/- रुपये तक करने के वादे का फायदा उठाकर ठग महिलाओं को ठग रहे हैं ऐसे ही एक गिरोह का पर्दाफाश भिंड पुलिस ने किया है, शुरूआती पूछताछ में मालूम चला है कि गिरोह का कनेक्शन साइबर ठगी करने वाले गिरोह से है।

भिंड जिले की उमरी थाना पुलिस ने लाड़ली बहना योजना के नाम पर ठगी करने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, इनके पास से 8 एटीएम कार्ड, 6 सिम कार्ड, 5 बैंक पासबुक, चेक बुक, तीन मोबाइल एक आधार कार्ड और नगद राशि जब्त की गई है।

लाड़ली बहना योजना की राशि बढ़ाने का लालच देकर ठगी 

थाना प्रभारी उमरी शिवप्रताप सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि स्थानीय निवासी अजय नरवरिया ने शिकायत दर्ज कराई कि उनके घर तीन युवक आये थे उन्होंने कहा कि वे मप्र शासन की ओर से लाड़ली बहना योजना का काम देख रहे हैं। आपके घर में किसी महिला को यदि लाड़ली बहना योजना का लाभ मिलता हो तो मैं उसके 1250/- रुपये की जगह 3000/- रुपये करा देंगे। इसके लिए 5000 रुपये व लाभार्थी का आधार कार्ड व बैंक पासबुक देना पड़ेगी।

रुपये, आधार कार्ड, बैंक पासबुक, मोबाइल लेकर फरार  

उनकी बातें सुनकर हमने उन्हें 5000/- रुपये  दे दिए लेकिन उन्होंने पत्नी का आधार कार्ड, बैंक पासबुक और वहीं पास में रखा एक मोबाइल लेकर फरार हो गए, फरियादी अजय की शिकायत पर उमरी थाना पुलिस में मामला दर्ज कर मामले की जाँच शुरू कर दी।

पुलिस ने पीछा कर पास के गाँव से आरोपियों को पकड़ा  

उन्होंने बताया कि जाँच के दौरान सूचना मिली के तीनों ठग पास ही के गांव पांडरी में देखे गए हैं, सूचना के बाद पुलिस ने तत्काल ठगों का पीछा किया और तीनों ठगों को बझाई गांव में पकड़ लिया, पकड़े गए तीनों आरोपी ग्वालियर जिले के निवासी है इनमें से एक नीतेश रावत, डबरा के देहात थाना क्षेत्र गौतम विहार का रहने वाला है , दूसरा कृष्णकांत रावत उर्फ कृष्णा आरोन थाना इलाके के घाटीगांव का रहने वाला है और तीसरा मंगल रावत भितरवार थाना इलाके के मसूदपुर गांव का रहने वाला है।

साइबर ठगों से निकला कनेक्शन, उनको बेचते हैं महिलाओं के एकाउंट 

पकड़े गए तीनों शातिर ठगों ने बताया कि वह ग्रामीण इलाकों में जाकर भोली-भाली ग्रामीणों महिलाओं से लाड़ली  बहना की राशि बढ़वाने के एवज में पैसे ठगते है और उनके बैंक एकाउंट को मोटी रकम लेकर साइबर ठगों को बेच देते हैं,  ठगों ने बताया कि वे कई बार महिलाओं से बैंक पासबुक, आधार कार्ड, सिम, एटीएम लेकर उनको पैसे देकर फर्जी बैंक खाता खुलवाते हैं और फिर उन्हें साइबर ठगों को बेच देते हैं, पकड़े गए आरोपियों से फरियादी के दस्तावेज और ठगा गया मोबाइल और नगदी भी बरामद हुई है। पुलिस आरोपियों से अन्य वारदातों के सम्बन्ध में पूछताछ कर रही है।