MP Election 2023 : चुनावों में सबकी निगाहें चंबल अंचल पर रहती हैं, यहाँ हिंसा की गुंजाईश रहती है, इस बार भी मुरैना और भिंड में मारपीट और फायरिंग की घटनाएँ सामने आई, घटनाओं को देखते हुए एहतियात बरतते हुए भिंड जिला प्रशासन ने प्रत्याशियों को नजरबंद कर दिया है, प्रशासन की इस कार्रवाई का कांग्रेस और बीएसपी प्रत्याशियो ने सवाल खड़े किये हैं।
प्रशासन ने किया नजरबंद, प्रत्याशियों ने जताई आपत्ति
पिछले चुनावों से सबक लेते हुए इस बार भी भिंड जिला प्रशासन ने भाजपा, कांग्रेस और बीएसपी के प्रत्याशियों को नजरबंद कर दिया, नजरबंद किये गए प्रत्याशियों में मंत्री से लेकर विधायक तक शामिल है जो प्रत्याशी भी हैं, बसपा प्रत्याशी संजीव सिंह कुशवाह और कांग्रेस प्रत्याशी चौधरी राकेश सिंह चतुर्वेदी ने इस पर आपत्ति जताते हुए इसे भाजपा का षड्यंत्र बताया है।
कांग्रेस प्रत्याशी बोले मुझे RO ने फोन कर बुलाया
कांग्रेस प्रत्याशी राकेश चतुर्वेदी का कहना है कि उनके पास 16 नवंबर की शाम को रिटर्निंग ऑफ़िसर की ओर से इस बात की सूचना आ गई थी कि राष्ट्रीय दलों के सभी प्रत्याशियों को भिंड सर्किट हाउस पर सुबह से ही उपस्थित रहना होगा तभी यहाँ मौजूद हैं, वहीं भाजपा से वापस बसपा में शामिल होकर भिंड विधानसभा से चुनाव लड़ रहे बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी संजीव सिंह कुशवाह ने भी साफ़ तौर पर ऐसे भाजपा की मनमानी और प्रशासन पर साज़िश का आरोप लगाया है।
बीएसपी प्रत्याशी ने कहा इससे पोलिंग एजेंट कमानोबल टूटता है
संजीव सिंह कुशवाह ने कहा कि इस तरीक़े से कहीं न कहीं मतदान प्रभावित होता है क्योंकि उनके पोलिंग एजेंट्स का भी मनोबल टूटता है, उन्होंने भाजपा के लोगों पर बाहर रहकर मतदान प्रभावित करने का भी आरोप लगाया है, उन्होंने कहा कि प्रत्याशियों को नजरबंद कर दिया लेकिन भाजपा के गुंडों को खुला छोड़ दिया ये कहाँ का न्याय है ।
जिलों में अलग अलग जगह प्रत्याशियों को नजरबंद किया
ग़ौरतलब है कि इस बार प्रशासन ने भिंड सर्किट हाउस पर कांग्रेस के प्रत्याशी चौधरी राकेश सिंह चतुर्वेदी, बसपा प्रत्याशी और विधायक संजीव सिंह कुशवाहा और भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी नरेंद्र सिंह कुशवाहा को नज़रबंद किया है, वहीं अटेर से प्रत्याशी और भाजपा के मंत्री अरविंद भदौरिया भी 17 बटालियन स्थित समर हाउस में नज़रबंद हैं, इनके अलावा अटेर क्षेत्र में कांग्रेस प्रत्याशी हेमंत कटारे को भी प्रशासन द्वारा बैठा दिया गया है, वहीँ लहार में भी भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशियों को प्रशासन ने नगर बंद कर दिया है।