पुलिस ने छात्राओं को दी समझाइश, मनचले और लफंगों से रहें सावधान

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भिंड – समाज में बढ़ रहे महिला अपराधों खासकर किशोरी और युवतियों के विरुद्ध हो रहे अपराधों पर लगाम लगाने के लिए भिंड पुलिस के द्वारा समाजसेवियों के साथ मिलकर युवती किशोरी संस्कार जागरूकता अभियान, का आज शुभारंभ किया गया।

शहर के हृदय स्थल हाउसिंग कॉलोनी के दीक्षित कोचिंग पर आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से पुलिस अधीक्षक रुडोल्फ अल्वारेस, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजीव कंचन, नगर पुलिस अधीक्षक दिनेश सिंह बेस के अलावा जानी-मानी समाज सेविका श्रीमती नितेश जैन, मुदिता भारद्वाज, सब इंस्पेक्टर गीता सिकरवार व पूजा सिंह मुख्य रूप से उपस्थित रहीं।

कार्यक्रम का संचालन  पत्रकार और समाजसेवी गणेश भारद्वाज के द्वारा किया गया। कोचिंग संचालक नितिन दिक्षित ने अतिथियों का स्वागत किया और स्वागत भाषण पढ़ा।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पुलिस अधीक्षक रुडोल्फ अल्वारेस ने किशोरियों से खुलकर चर्चा की और कहा कि वह किसी भी असामाजिक तत्व या मनचले के बहकावे में ना आएं, जीवन में आगे बढ़ने के लिए केवल पढ़ाई पर फोकस करें, उन्होंने कहा कि 14 वर्ष से 18 वर्ष के बीच की उम्र जीवन के बदलाव की उम्र होती है , इस उम्र में केवल आपको पढ़ाई पर भी ध्यान देना चाहिए न कि अन्य बातों पर, एसपी श्री अल्वारेस ने कहा कि आपके माता पिता आप के सबसे बड़े शुभचिंतक होते हैं आपको ऐसा कोई काम नहीं करना चाहिए जिससे कि उनका दिल दुखे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजीव कंचन ने कहा कि हम जीवन को जिस रंग में जैसे ढालना चाहें उस रंग में ढाल सकते हैं, बस हमें संस्कारित, संयमित ओर अनुशासित होकर जीवन पथ पर चलने की आवश्यकता है। नगर पुलिस अधीक्षक दिनेश सिंह बैंस ने कहा युवतियों को किसी से भी डरने की आवश्यकता नहीं है, पुलिस सदैव उनके साथ है नगर में एक महिला सब इंस्पेक्टर हरदम आप की सुरक्षा के लिए है और साथ में उसके साथ तमाम फोर्स।

नवजीवन सहायतार्थ संगठन की संचालिका श्रीमती नितेश जैन ने बच्चियों को समझाइश दी कि वे अपनी हर बात अपने माता पिता के साथ शेयर करें, खासकर माता के साथ।  यदि किसी बच्ची की माताजी उसकी बात  की अनदेखी करती हैं तो वह बच्ची उनको अपनी मां समझ कर उनसे फोन पर या सीधे मिलकर संवाद कर सकती है और अपनी समस्या बता सकती है।  समाज सेविका मुदिता भारद्वाज ने कहा कि यह जो उम्र होती है वह निश्चित ही भटकाव की उम्र होती है लेकिन छात्राओं को चाहिए कि वह इस उम्र में भटके नहीं केवल अपने लक्ष्य पर ध्यान दें और अपना लक्ष्य तय करें कि उन्हें जीवन में क्या बनना है क्योंकि यदि गलत लोगों के चंगुल में फंस गई तो आपका जीवन नर्क भी बन सकता है। कार्यक्रम को महिला सब इंस्पेक्टर गीता सिकरवार व पूजा सिंह ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में करीब तीन से चार कोचिंग सेंटर्स की एक सैकड़ा किशोरियों ने भागीदारी की।

कार्यक्रम के समापन के बाद महिला सब इंस्पेक्टर दो गीता सिकरवार और पूजा सिंह ने कोचिंग आने वाली छात्राओं की टोलियां बनाकर उनसे चर्चा की, और उनकी समस्याओं को समझने की कोशिश की, इन सब इंस्पेक्टर्स ने बच्चियों से खुलकर चर्चा की और उन्हें अपना नंबर भी दिया साथ ही में उन्में घुल मिलने के लिए फोटो भी खिं चाए और सेल्फी भी ली।

पुलिस अधीक्षक ने छात्राओं को दिया अपना नंबर

भिंड पुलिस अधीक्षक रुडोल्फ अल्वारेस ने कोचिंग पढ़ने आने वाली छात्राओं को अपना मोबाइल नंबर मुहैया कराया। श्री अल्वारेस ने कहा कि यदि आप किसी भी विपरीत परिस्थिति में हैं या आपको कोई परेशान कर रहा है तो आप शासन द्वारा चलाए जा रहे तमाम टोल फ्री नंबर्स के अलावा मेरे नंबर पर भी सीधे बात करके अपनी समस्या को बता सकती हैं।


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