भिंड, गणेश भारद्वाज। लहार विधानसभा से सातवीं बार विधायक एवं कांग्रेस के पूर्व मंत्री डॉक्टर गोविंद सिंह के नेतृत्व में जिले की सिंध एवं चंबल नदियों के किनारे पदयात्रा निकालकर “नदी बचाओ सत्याग्रह” किया जाएगा। इस सत्याग्रह में कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं के साथ ही जल पुरुष कहे जाने वाले मैगसेसे पुरस्कार विजेता राजेंद्र सिंह एवं कंप्यूटर बाबा भी शिरकत करेंगे। कांग्रेस के प्रदेश महासचिव किधर कुरैशी ने पत्रकार वार्ता आयोजित कर इस बात की जानकारी दी।
दरअसल भिंड जिले में सिंध और चंबल नदी से बड़े पैमाने पर रेत का अवैध उत्खनन किया जाता है। हालांकि सिंध नदी से रेत उत्खनन की परमिशन भी दी हुई है, लेकिन चंबल नदी पर रेत का उत्खनन पूर्णतः प्रतिबंधित है। लेकिन इसके बावजूद भी बड़ी मात्रा में दोनों ही नदियों से रेत का अवैध रूप से उत्खनन और परिवहन किया जाता है। यही नहीं, मशीनों के जरिए नदी के अंदर से रेत निकाला जा रहा है जिससे अब नदियों का अस्तित्व खतरे में पड़ गया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता लहार विधायक पूर्व मंत्री डॉक्टर गोविंद सिंह को अब नदियों की चिंता सताने लगी है और इसके लिए वह नदी बचाओ सत्याग्रह कर रहे हैं। कांग्रेस के प्रदेश महासचिव खिजर मोहम्मद कुरैशी ने पत्रकार वार्ता आयोजित कर जानकारी देते हुए बताया कि आगामी 5 से 11 सितंबर तक डॉक्टर गोविंद सिंह के नेतृत्व में नदी बचाओ सत्याग्रह का आयोजन किया जाएगा। जिसमें सिंध नदी एवं चंबल नदी किनारे पैदल यात्रा की जाएगी। भिंड के साथ ही दतिया जिले में स्थित रेत खदानों पर भी यह यात्रा चलेगी।
उन्होंने बताया कि इस पदयात्रा में जलपुरुष कहे जाने वाले मैग्सेसे पुरस्कार विजेता राजेंद्र सिंह के साथ ही कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, राज्यसभा सांसद विवेक तनखा, राष्ट्रीय प्रवक्ता मोहन प्रकाश, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह, गांधीवादी समाजसेवी वी पी राजगोपाल के साथ ही संत कंप्यूटर बाबा भी इस सत्याग्रह में शिरकत करेंगे। उन्होंने बताया कि 5 सितंबर को लहार से प्रारंभ होकर यह पदयात्रा 11 सितंबर को दतिया के सेवढ़ा में खत्म होगी,कांग्रेस के नवनियुक्त प्रदेश महासचिव खिजर मोहम्मद कुरैशी के घर आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में श्री कुुरैशी के अलावा जिलाध्यक्ष जयश्री राम बघेल, वरिष्ठ नेता डॉ राधेश्याम शर्मा, संतोष त्रिपाठी आदि मौजूद रहे।