भोपाल। आम आदमी पार्टी के प्रदेश संयोजक आलोक अग्रवाल के खिलाफ प्रदेशभर के नेता, कार्यकर्ता लामबंद हो गये हैं। उल्लेखनीय है कि आम आदमी पार्टी ने करीब 230 सीटों पर जोर-शोर से पार्टी के प्रत्याशियों को खड़ा किया था और भोपाल की उत्तर-दक्षिण स्वयं आलोक अग्रवाल भी प्रत्याशी के रूप में खड़े हुए थे। जहां उत्तर-दक्षिण सीट से आलोक अग्रवाल सहित प्रदेशभर के सभी प्रत्याशियों की करारी हार हुई है।
पार्टी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों की हुई बैठक में नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देने की बात उठी थी, जिस पर प्रदेश संगठन मंत्री पंकज सिंह एवं डॉ. जायसवाल सहित कई पदाधिकारियों ने इस्तीफा दे दिया था और पार्टी के प्रदेश संयोजक आलोक अग्रवाल के इस्तीफे की भी मांग की गई परंतु डॉ. आलोक अग्रवाल ने इस्तीफा देने से इनकार कर दिया, जिससे पार्टी के कई नेता और कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी कर दी।
हाई एटिट्यूट दिखाने का लगाया आरोप
आम आदमी पार्टी के संयोजक आलोक अग्रवाल हमेशा एटिट्यूट में बाकायदा सीएम या पार्टी के कर्ताधर्ता के रूप में रहते हैं। नेताओं का कहना है कि कभी भी फोन लगाओ तो फोन नहीं उठाते हैं। उनके नंबर को अन्य कार्यकर्ता के नम्बर पर फारवर्ड कर रखा है, जिसपर निशांक नामक व्यक्ति उठाता है। साथ ही कार्यकर्ताओं से भी अभद्रता की जाती रही है। चुनावी माहौल होने के कारण कार्यकर्ता सहन कर लेते हैं, लेकिन जैसे ही चुनाव खत्म हुए और हार की समीक्षा के दौरान ही नेताओं और कार्यकर्ताओं ने विरोध शुरू कर दिया है। आम आदमी पार्टी के नरेला विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी रहे रेहान जाफरी ने पार्टी कार्यकताओं और प्रदेशभर के प्रत्याशियों के साथ बुधवार 19 दिसंबर से पार्टी के प्रदेश मुख्यालय सुभाष नगर फाटक पर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन किया जाएगा। जिसमें प्रदेशभर के प्रत्याशी रहे नेता और कार्यकर्ता शामिल हो रहे हैं। वहीं दबे सुर में पार्टी के सभी कार्यकर्ता डॉ. आलोक अग्रवाल से लगभग नाराज हैं और हटाने की मांग का समर्थन कर रहे हैं।