BHOPAL NEWS : भिंड जिले में दिव्यांगा कोटे से शिक्षकों की भर्ती के मामले में डाॅक्टरों द्वारा दिये गये दिव्यांगता प्रमाणपत्र में फर्जीवाड़ा होने का मामला सामने आया है। डाॅक्टरों ने शिक्षकों को फर्जी सर्टिफिकेट बनाके दे दिये। आंखों के डाॅक्टर ने पैर, हड्डी के डाॅक्टर ने कान और ईएनटी के डाॅक्टर ने आंखों की दिव्यांगता के फर्जी मेडिकल सर्टिफिकेट बना दिये।
आयोग ने लिया संज्ञान
मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने प्रमुख सचिव, स्वास्थ्य सेवाऐं, मंत्रालय, भोपाल से मामले की जांच कराकर दोषी चिकित्सकों के विरूद्ध की गई कार्रवाई का प्रतिवेदन एक माह में मांगा है। साथ ही प्रमुख सचिव, स्कूल शिक्षा मंत्रालय भोपाल से मामले की जांच कराकर फर्जी प्रमाण पत्र से नियुक्त दिव्यांग शिक्षकों के विरूद्ध की गई कार्रवाई का प्रतिवेदन एक माह में मांगा है।