भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। छिंदवाड़ा (Chhindwara ) जिले के चौरई ब्लॉक के एसडीएम सीपी पटेल (SDM CP Patel) पर कालिख पोतने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। कामकाज ठप्प कर विरोध जताने वाले आक्रोशित राज्य प्रशासनिक सेवा (SAS) के अधिकारियों ने अब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chauhan) से कठोर कार्रवाई कर एसडीएम को सुरक्षा देने की मांग की है।
दरअसल, मंगलवार को प्रशासनिक सेवा संघ (State Administrative Service Association) के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात की और छिंदवाड़ा में एस.डी.एम. सी.पी. पटेल पर किए गए हमले में लिप्त व्यक्तियों के विरूद्ध कठोर कार्रवाई के साथ आवश्यक सहायता एवं सुरक्षा की मांग की। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ए.डी.एम. और एस.डी.एम. को सशस्त्र गार्ड एवं समस्त कार्यपालक मजिस्ट्रेट के लिए गार्ड की व्यवस्था की जाए। प्रशासनिक अधिकारियों ने घटना के विरोध में 19 से 21 सितम्बर तक हड़ताल अवधि का सामूहिक अवकाश प्रदान करने का आग्रह किया। इस पर मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रशासनिक सेवा और कार्यपालक मजिस्ट्रेट का दायित्व निभा रहे लोगों की सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
गृहमंत्री भी कर चुके है निंदा
मंगलवार को गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा (Dr. Narottam Mishra) ने भी इसकी निंदा की है और कहा कि छिंदवाड़ा में एसडीएम के साथ जो भी हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण है। आज विपक्ष में आने पर कांग्रेस की हालत खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे जैसी हो गई है। कांग्रेस के लोगों को ऐसा अमर्यादित आचरण नहीं करना चाहिए।
ये है पूरा मामला
दरअसल, बीते शुक्रवार को कांग्रेस नेता बंटी पटेल (Congress leader Bunty Patel) और पूर्व विधायक चौधरी गंभीर सिंह ने एसडीएम कार्यालय का घेराव किया था। इसी दौरान एसडीएम सीपी पटेल के चेहरे पर बंटी ने कालिख पोत दी थी।इसके बाद पुलिसकर्मियों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं में झूमाझटकी भी हुई थी। चौरई पुलिस ने एसडीएम सीपी पटेल की शिकायत पर बंटी पटेल, पूर्व विधायक गंभीर सिंह सहित 21 कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ हत्या के प्रयास सहित अन्य 11 धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था।आरोपित बंटी पटेल ने रात में ही छिंदवाड़ा के कोतवाली थाने में सरेंडर कर दिया था। पुलिस ने आरोपी कांग्रेसी नेता बंटी पटेल पर हत्या के प्रयास समेत 11 धाराओं में मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर कोर्ट के आदेश पर जेल भेज दिया था। इसके बाद भी मामला शांत नही हुआ और राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी-कर्मचारियों हड़ताल पर चले गए। इतना ही नही राज्य प्रशासनिक सेवा संघ को राजस्व अधिकारी राजस्व निरीक्षक और पटवारी संघ ने भी समर्थन मिला है। राज्य प्रशासनिक सेवा के सभी अधिकारी (डिप्टी कलेक्टर, संयुक्त कलेक्टर, अपर कलेक्टर) तहसीलदार, राजस्व निरीक्षक संघ, पटवारी संघ समेत प्रदेश के 60 हजार अधिकारी और कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए थे।हालांकि कांग्रेस नेता के खिलाफ रासुका के तहत कार्यवाही की गई है, बावजूद इसके मामला ठंड़ा होने का नाम नही ले रहा है।