छह महीने बाद फिर सजा पूर्व सीएम के बंगले में जनता दरबार

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भोपाल। हाईकोर्ट के आदेश के बाद पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह को उनका सरकारी बंगला खाली करना पड़ा था। उन्होंने अगस्त 2018 में बंगला खाली किया था। लेकिन विधानसभा चुनाव में जीत के बाद कांग्रेस सरकार बनते ही उन्हें वहीं बंगला दोबारा सरकार ने आवंटित कर दिया। छह महीने बाद अब दोबारा यहां से पूर्व मुख्यमंत्री अपना दफ्तर भी चला रहे हैं। उनसे मिलने प्रदेश भर के लोग आते हैं। 

दरअसल, छह महीने बाद एक बार फिर पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के बंगले में रौनक लौट आई है। कांग्रेस सरकार आने के बाद उनको दोबारा बंगला बी-1 बंगला आवंटित किया गया। अब छह मीहने बाद यहां एक बार फिर से यहां दफ्तर जैसा नजारा देखने को मिल हा है। प्रदेश भर से लोग मिलने दिग्विजय सिंह से उनके बंगले पर आते थे। लेकिन पूर्व में हाईकोर्ट के निर्देश के बाद उन्हें यह बंगला खाली करना पड़ा था। जिसके बाद से वह किराए के घर में रह रहे थे। कांग्रेस सरकार आने के बाद उनको दोबारा बंगला मिला जिसमें कुछ निर्माण कार्य किया जा रहा था। धार्मिक अनुष्ठान के बाद दिग्विजय सिंह ने अपने बंगले में दफ्तर की शुरूआत की। 

सिंह को ये बंगला अर्जुन सिंह की सरकार के दौरान आवंटित किया गया था। अर्जुन सिंह की सरकार में वह मंत्री थे। लेकिन हाईकोर्ट के फैसले के बाद उन्हें ये बंगला अगस्त 2018 में खाली करना पड़ा था। जिसके बाद पूर्व बीजेपी सरकार ने अपने वरिष्ठ नेताओं को बंगले आवंटित किए थे। इनमें पूर्व सीएम बाबूलाल गौर, कैलाश जोशी और उमा भारती शामिल थीं। 

छह महीने बाद फिर सजा पूर्व सीएम के बंगले में जनता दरबार

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