भोपाल।
एक्जिट पोल के नतीजों ने सियासी गलियारों में जमकर हलचल मचाई हुई है। नतीजों के बाद से ही प्रदेशभर से नेताओं की प्रतिक्रिया सामने आ रही है। एग्जिट पोल ने जहां एनडीए की बंपर जीत का अनुमान लगाया है वहीं यूपीए की स्थिति कमोबेश पिछले लोक सभा जैसी ही दिखाई जा रही है ।पोल के बाद बीजेपी जीत से गदगद हो रही है, वही कांग्रेस ने सभी दावों को खारिज कर 23 मई आने के बाद तस्वीर साफ होने की बात कही है।इसी बीच एक्जिट पोल के नतीजों के बाद ईवीएम कांग्रेस के निशाने पर आ गई है। प्रदेश के कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया ने ईवीएम हैक कर छेडछाड़ की बात कही है।
दरअसल, एक्जिट पोल की चर्चा के बीच लंबे समय से मीडिया और राजीनिति से दूर रहे मध्य प्रदेश कांग्रेस ���्रभारी दीपक बाबरिया का बडा बयान सामने आया है।आज मीडिया से चर्चा के दौरान बाबरिया ने एग्जिट पोल के नतीजों को EVM के हैक होने का नतीजा बताया और आरोप लगाया कि EVM से छेड़छाड़ की गई है। बावरिया ने आरोप लगाया कि EVM से छेड़छाड़ की गई है, मशीन को हैक किया गया है और यही कारण है कि एग्जिट पोल के नतीजे बीजेपी के पक्ष में जा रहे हैं।बीजेपी के दावे जो एक्जिट पोल के है वो बीजेपी की चाल है। मीडिया लोकतंत्र का हिस्सा है। एमपी में कांग्रेस की अच्छे सीट आ रही है । कांग्रेस को आशंका है कि बीजेपी ईवीएम को छेड़ सकती है ।
बावारिया यही नही रुके उन्होने आगे कहा कि एवीएम मशीन सीधे बीजेपी के गोदाम जाती है और उसका इस्तेमाल करके हैक का लेते है ।मोदी जी ने वाराणसी में पूरा जोर लगा रहे है। सुप्रीम कोर्ट ने ज्यादा संज्ञान नही लिया यह दुख की बात है। क्लीन स्वीप वाले इलाकों में भी बीजेपी की जीत से सवाल उठे थे और आज तक पूरे मामले की जांच नहीं हो सकी है। मशीन का वेरीफेक्शन होना चहिये ,मशीन की जांच होना चाहिए और उसकी रिपोट कोर्ट के सामने रखे। पांच साल में देश मे कुछ नही हुआ। कांग्रेस ने हमेशा ईवीएम पर सवाल खड़े किए लेकिन कोई सुनवाई नही हुई है।
गोपाल भार्गव पर बोला हमला
वही उन्होंने नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव विधानसभा में बहुमत साबित करने को लेकर कहा कि अमित शाह तोड़फोड़ की राजनीति में माहिर है और बीजेपी अपना बहुमत प्राप्त नही कर पा रही है। बीजेपी की मार्केटिंग जो चल रही है । शिवराज की सरकार हत्यारी सरकार थी भ्रष्टाचार की सरकार थी । महिला अपराध एवं बाल अपराध में प्रदेश एक नंबर था। गोडसे गांधी का हत्यारा था ।
बता दे कि फरवरी के महीने में दीपक बाबरिया की तबीयत अचानक खराब हो गई थी। इसके बाद उन्हें भोपाल से दिल्ली ले जाया गया था, उनका इलाज दिल्ली में ही चल रहा था। करीब दो महिने के आराम के बाद बावरिया ने वापस एंट्री कर ली है और बुधवार को सभी प्रत्याशियों की बैठक बुलाई है।जिसमें मतगणना के दौरान किस तरह की सावधानी रखना है इसके टिप्स दिए जाएंगें।