भोपाल।
लंबी खींचतान के बाद मध्यप्रदेश में सरकार बनाने को लेकर तस्वीर पूरी तरह से साफ हो गई है। भाजपा द्वारा सरकार ना बनाने की बात कहने के बाद अब कांग्रेस मध्यप्रदेश में सरकार बनाने जा रही है।बसपा-सपा और निर्दलीयों ने कांग्रेस को समर्थन देने का ऐलान किया है। मुख्यमंत्री शिवराज ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने हार स्वीकार कर ली।वही हार के बाद बीजेपी में हलचल तेज हो गई है। बीजेपी आलाकमान ने एमपी के केन्द्रीय नेताओं को दिल्ली तलब किया है।
खबर है कि शाह ने राज्यों की हार को लेकर दिल्ली में मौजूद नेताओ से भी रिपोर्ट मांगी है। चुनाव प्रबंधन से जुड़े बीजेपी नेताओं ने इस संबंध में रिपोर्ट सौंपी है। 15 बिन्दुओ पर हार के कारणों को लेकर रिपोर्ट सौंपी गई है दिल्ली के राष्ट्रीय कार्यालय में मौजूद मध्य प्रदेश के सह मीडिया प्रभारी सर्वेश तिवारी ने फीड बैक लेकर रिपोर्ट तैयार की।अब बीजेपी के राष्ट्रीय कार्यालय में रिपोर्ट पर मंथन किया जाएगा। इसी के चलते आज आलाकमान के निर्देश के बाद केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, विनय सहस्रबुद्धे और प्रभात झा विशेष विमान से दिल्ली रवाना हुए है।कहा जा रहा है कि शाह केन्द्रीय मंत्रियों से हार पर विचार विमर्श करेंगें। साथ ही आगे की रणनीति को लेकर भी चर्चा की जाएगी।
मध्यप्रदेश समेत छग और राजस्थान की हार ने भाजपा को पूरी तरह झकझोर दिया है। भोपाल से लेकर दिल्ली तक हड़ंकप मचा है।चुंकी कुछ ही महिनों बाद लोकसभा चुनाव होने वाले है, इसलिए भाजपा अपना पूरा फोकस लोकसभा चुनाव पर करने वाली है।इसके साथ ही संगठन में भी बदलाव को लेकर चर्चा जोरों पर है। इसके साथ ही संगठन में ऐसे चेहरों को मौका मिल सकता है जो लोकसभा चुनाव में पार्टी की ऐसी हालत रोकने में कामयाब हो सकें। भाजपा संगठन मतगणना परिणामों के बाद सकते में है। इन फैसलों ने यह तय कर दिया है कि पार्टी की रणनीति चुनाव जीतने के लिए सभी मोर्चों पर ठीक नहीं थी। इस कारण चार माह बाद होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए नए सिरे से कसावट करनी होगा।
वही मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश BJP अध्यक्ष राकेश सिंह भी दोपहर 3 बजे बीजेपी कार्यालय में प्रेसवार्ता करने वाले है। खैर आगे बीजेपी विपक्ष की भूमिका कैसे निभाएंगी और कांग्रेस कितना दावों पर खरी उतरेगी ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा।