भोपाल।
विधानसभा चुनाव के दौरान जिस कर्जमाफी को आधार बनाकर कांग्रेस सत्ता में आई थी अब वही लोकसभा चुनाव में सिरदर्द बन गई है। बीजेपी ने आचार संहिता में भी किसानों की कर्जमाफी करने का आरोप लगाया है।बीजेपी ने इसकी शिकायत चुनाव आयोग से भी की है। वही मंदसौर कलेक्टर, सहकारिता के प्रमुख सचिव और आयुक्त भी आचार संहिता के उल्लंघन में शामिल होने की बात कही हैं।
बीजेपी का आरोप है कि मंदसौर में अमलावद संस्था ने किसानों के खाते में कर्जमाफी की राशि समायोजित की। आचार संहिता लागू होने के बाद हितग्रहियों को लाभांवित नहीं किया जा सकता है, लेकिन कर्जमाफी की राशि किसानों के खातों में जमा की जा रही है बकायदा किसान को इसकी रसीद भी दी गई है।यह आचार संहिता का उल्लंघन है । वही बीजेपी ने सहकारिता विभाग के प्रमुख सचिव अजीत केसरी और आयुक्त केदार शर्मा पर भी आरोप लगाए है। बीजेपी का कहना है कि यह सारा खेल सचिव और आयुक्त के कहने पर किया जा रहा है। साथ ही मंदसौर कलेक्टर के भी इस पूरे मामले में शामिल होने की बात कही है।
इधर, बीजेपी ने दमुआ नगर पालिका के सीईओ पर भी कांग्रेस के पक्ष में काम करने का आरोप लगाया गया।शिकायत में कहा गया है कि दमुआ नगर पालिका के मुख्य कार्यपालन अधिकारी कांग्रेस की चुनावी सभा के लिए नगर पालिका के टेंट और वाहन का उपयोग करवा रहे हैं। भाजपा ने शिकायतों पर कार्रवाई करने की मांग मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से की है।