भोपाल।
सपा-बसा से गठबंधन के बाद बसपा का फोकस एमपी की 26 सीटो पर है।पार्टी दो सीटों मुरैना और सतना पर अपने प्रत्याशियों की पहले ही घोषणा कर चुकी है।अब 24 सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा की जानी है, इसके लिए टिकट के दावेदारों को भोपाल बुलाया गया है। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और प्रदेश प्रभारी रामजी गौतम सभी दावेदारों से वन -टू वन चर्चा करेंगें। इसके बाद प्रत्याशियों के नामों का ऐलान किया जाएगा।वही इस खबर से बीजेपी और कांग्रैस में हलचल मच गई है, विधानसभा चुनाव के दौरान बसपा ने कई सीटों पर दोनों का खेल बिगाड़ा था।इसमें ज्यादा नुकसान कांग्रेस को होने की संभावना है क्योंकि सपा-बसपा ने गठबंधन से कांग्रेस को दूर रखा है।वही बसपा विधायक रामबाई को मंत्री ना बनाए जाने से पहले से ही कमलनाथ सरकार से नाराज चल रही है।
दरअसल, लोकसभा चुनाव 2019 में अब काफी कम समय बचा है। राजनीतिक पार्टियों के साथ-साथ लोगों के बीच में भी चुनाव की चर्चा तेज हो गई है।हर राजनैतिक पार्टी अपने जुगत में लगी हुई है और वोटरों को हर संभव प्रयास कर रिझा रही है। वही विधानसभा में दो सीटों पर सिमटी बसपा लोकसभा चुनाव में फिर दांव लगाने जा रही है। सपा से गठबंधन के बाद बसपा ने प्रदेश में अपनी पैर जमाना शुरु कर दिए है और ‘सत्ता समाप्ति संकल्प’ यात्रा निकाल रही है, खुद राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और प्रदेश प्रभारी रामजी गौतम गांव गांव घूम रहे हैं।इसके साथ ही आज सभी टिकट के दावेदारों को वन-टू-वन चर्चा के लिए भोपाल बुलाया गया है और चुनाव रणनीतियां तैयार की जाएगी।
बसपा के प्रदेश अध्यक्ष डीपी चौधरी ने बताया कि बसपा अभी गांव-गांव में सत्ता प्राप्ति यात्रा निकाली जा रही है। यह यात्रा तीन मार्च को भोपाल शहर पहुंचेगी।इसके बाद 10 मार्च को प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक भी आयोजित बुलाई गई है।बैठक में बसपा के प्रदेश प्रभारी एवं राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रामजी गौतम भी शामिल होंगे। इस मौके पर प्रदेश की अन्य सीटों पर टिकट के दावेदारों के आवेदनों पर रूबरू चर्चा भी की जाएगी। बैठक में प्रदेश पदाधिकारियों के साथ चुनावी रणनीति पर चर्चा भी की जाएगी। इसके अलावा पार्टी ने जिला संगठनों के जरिए चुनाव संबंधी जो फीडबैक मंगाया है उस पर भी विचार विमर्श किया जाएगा।
इन सीटों पर विशेष फोकस
गठबंधन के अनुसार, समाजवादी पार्टी मध्य प्रदेश की कुल 29 सीटों में से 3 लोकसभा सीट पर अपना उम्मीदवार उतारेगी जबकि बाकी बची 26 सीटों पर बीएसपी के प्रत्याशी होंगे। अबतक मुरैना में पूर्व सांसद डॉ रामलखन सिंह कुशवाह एवं सतना से अच्छेलाल कुशवाह को बसपा ने लोकसभा चुनाव के लिए प्रत्याशी घोषित किया है।बसपा को ग्वालियर-चंबल और विंध्य अंचल से ज्यादा उम्मीदें हैं। इनमें मुरैना, भिंड, ग्वालियर, गुना, सागर, दमोह, रीवा, सीधी और शहडोल लोकसभा सीटों पर विशेष फोकस किया जा रहा है। बालाघाट, खजुराहो और टीकमगढ़ सीट चुनावी समझौते के तहत सपा के खाते में गई है। इन तीन सीटों पर बसपा अपने प्रत्याशी खड़े नहीं करेगी बल्कि वह सपा प्रत्याशियों का समर्थन करेगी।
गौरतलब है कि हाल ही में संपन्न हुए मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी एक सीट और बहुजन समाज पार्टी को दो सीट पर जीत हासिल हुई थी। साल 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में बसपा को 3.79 फीसदी वोट मिले थे। वहीं सपा को 0.74 फीसदी मतों से संतोष करना पड़ा। 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में बसपा का वोट शेयर 3.79 से बढ़कर 5 फीसदी हो चुका है। विधानसभा चुनाव में दोनों ही दल अलग-अलग लड़े थे, कई सीटों पर सपा-बसपा उम्मीदवारों ने कांग्रेस-बीजेपी के गणित को खराब किया था। बावजूद इसके मध्य प्रदेश में दोनों ही दलों ने कांग्रेस सरकार को समर्थन दिया है, लेकिन लोकसभा चुनाव के लिए बनने वाले गठबंधन में कांग्रेस को दूर ही रखा गया है।ऐसे में एक बार फिर लोकसभा चुनाव में बसपा-सपा कांग्रेस बीजेपी का खेल बिगाड़ सकती है।