भोपाल।
इन दिनों मध्य प्रदेश में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की पत्नी साधना सिंह के विदिशा से चुनाव लड़ने की अटकलें तेज है। विदिशा संसदीय क्षेत्र के कार्यकर्ता और कई नेताओं द्वारा इस बात को समर्थन भी दिया गया है। वहीं पूर्व मंत्री रामपाल सिंह ने भी साधना को चुनाव लड़ाने की मांग की है।हालांकि इसका फैसला दिल्ली से ही होगा। वही इस बात की भी चर्चा है कि अब तक इस सीट से पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और सुषमा स्वराज जैसे बड़े कद के नेता सांसद रहे तो क्या बीजेपी राजनीति में पहली बार कदम रख रही शिवराज की पत्नी पर दांव लगाएगी । इस लिहाज से पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान या किसी बड़े कद के बाहरी नेता को भी प्रत्याशी बनाया जा सकता है।हालांकि पैनल में साधना का नाम भी शामिल है और सोशल मीडिया पर भी साधना के लिए अभियान चलाया जा रहा है। ऐसे में माना जा रहा है पार्टी साधना को एक मौका दे सकती है।
पार्टी सूत्रों की मानें तो विदिशा सीट से किसी बड़े नेता को भी उतारा जा सकता है। ऐसे हालात न बनने पर स्थानीय प्रत्याशी को पार्टी टिकट देगी। चुंकी विदिशा के लिए पार्टी राघवजी की बेटी ज्योति शाह को टिकट देने के पक्ष में नहीं है। दूसरे बड़े नेता करण सिंह वर्मा विधायक बन गए, इसलिए उनकी विदिशा लोकसभा चुनाव में रुचि नहीं रही। वहां से सांसद रहे रामपाल सिंह भी लड़ने को तैयार नहीं हैं।ऐसे हालात में पार्टी के सामने दो ही विकल्प बच रहे हैं कि स्थानीय के नाम पर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को एक बार फिर लोकसभा चुनाव में उतारें या उनकी पत्नी साधना सिंह को टिकट दिया जाए। इसका फैसला राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भाजपा हाईकमान द्वारा संयुक्त रूप से विचार के बाद लिया जाएगा।वही बीजेपी का गढ़ रही विदिशा सीट अपने कब्जे में बनाए रखने के लिए बीजेपी कोई रिस्क नहीं लेना चाहेगी। शायद यही वजह है कि यहां से शिवराज और उनकी पत्नी का नाम उम्मीदवारों की लिस्ट में सबसे ऊपर रखा गया है। सूत्र ये भी बताते हैं कि शिवराज पत्नी साधना सिंह का जीत के लिए आलाकमान को भरोसा तक दिला चुके हैं और अगर वाकई ऐसा है तो फिर टिकिट फाइनल मानी जा सकती है। वही पार्टी कार्यकर्ताओं और स्थानीय नेताओं द्वारा सोशल मीडिया पर भी साधना के समर्थन में अभियान चलाया जा रहा है।
बैठक में पैनल होगा तैयार
दरअसल, विदिशा लोकसभा सीट बीजेपी की कब्जे वाली सीट है। वर्तमान में यहां से विदेश मंत्री सुषमा स्वराज सांसद है। लेकिन इस बार उन्होंने चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया है। वे लगातार 10 सालों से क्षेत्र की सांसद है। उनके इस ऐलान के बाद से ही विदिशा से शिवराज या फिर उनकी पत्नी साधना सिंह के चुनाव लड़ने की चर्चा है।कई स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं ने भी इसका समर्थन किया है। हाल ही में तैयार किए गए पैनल में भी उनका नाम शामिल किया गया है। चुनाव के लिए क्षेत्र के भाजपा संगठन ने आलाकमान को प्रत्याशी चयन के लिए नामों का जो पैनल भेजा है उसमें क्षेत्र के पूर्व सांसद शिवराज सिंह चौहान और उनकी धर्मपत्नी भाजपा नेत्री साधना सिंह का नाम वरीयता पर है। इनके अलावा पैनल में उदयपुरा की पूर्व विधायक शशिप्रभा सिंह राजपूत और बुदनी के पूर्व विधायक राजेंद्र सिंह राजपूत का नाम भी शामिल है। हालांकि शिवराज पहले ही कह चुके है इस मामले में पार्टी फैसला करेगी। आज प्रदेश समिति की बैठक में सभी 29 नामों पर चर्चा की जाएगी। उम्मीद की जा रही है कि साधना के अलावा पैनल में किसी बड़े नेता का नाम शामिल किया जा सकता है।
साधना सिंह के समर्थन में अभियान
पैनल का काम शुरू होते ही विदिशा के लोगों ने पार्टी नेताओं को साफ चेतावनी दे दी है कि बाहरी प्रत्याशी दिया तो कार्यकर्ता बर्दाश्त नहीं करेंगे। जिला भाजपा के अध्यक्ष राकेश जादौन भी लगातार साधना सिंह के पक्ष में पार्टी फोरम से लेकर सोशल मीडिया में टिकट को लेकर अभियान चला रहे हैं।शनिवार को साधना सिंह के चुनाव लड़ने के मुद्दे पर शिवराज ने कुछ भी स्पष्ट तौर पर नहीं कहा। इसी दिन लगभग एक हजार लोग पूर्व मंत्री रामपाल सिंह, जिलाध्यक्ष राकेश जादौन और बासौदा विधायक लीना जैन, कुरवाई विधायक हरी सिंह सप्रे, जिला पंचायत अध्यक्ष तोरण सिंह दांगी, नगरपालिका अध्यक्ष मुकेश टंडन के नेतृत्व में भोपाल आकर साधना सिंह के समर्थन में पार्टी नेताओं से मिले थे
पूर्व मंत्री ने भी उठाई मांग
वहीं पूर्व मंत्री रामपाल सिंह ने भी शनिवार को पूर्व सीएम से मिलकर साधना को चुनाव लड़ाने की मांग की है। उनका कहना है कि अगर साधना चुनाव लड़ती हैं तो भरी बहुमत से जीतेंगी। वहीं साधना को चुनाव लड़ाने के लिए एक तबका तेजी से सक्रिय हो गया है और 19 मार्च को दिल्ली में होने वाली केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक के दौरान स्थानीय नेताओं का प्रतिनिधिमंडल राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से मिलकर साधना सिंह के लिए टिकट की मांग करने वाला है। पूर्व मंत्री रामपाल सिंह ने बताया कि विदिशा संसदीय क्षेत्र के करीब डेढ़ हजार कार्यकर्ता शुक्रवार को आये थे। सभी ने एक ही सिंगल नाम भोपाल में देकर गए हैं। सभी ने पार्टी से निवेदन किया है कि संधाना सिंह को प्रत्याशी बनाया जाये। उन्होंने कहा अगर वे विदिशा से चुनाव लड़ती हैं तो रिकार्ड मतों से जीत हासिल करेंगी और उनके चुनाव लड़ने से आसपास के क्षेत्रों में भी असर दिखेगा।