बुरहानपुर।
मध्यप्रदेश में कांग्रेस के नेता जीत के मद में इतने चूर हो चुके हैं कि अब जिला अस्पताल के सिविल सर्जन को सीधा तबादले की धमकी दे रहे है। ताजा मामला बुरहानपुर से सामने आया है, जहां कांग्रेस नेता ने जिला अस्पताल के सिविल सर्जन को धमकी देते हुए कहा कि दो मिनट में ट्रांसफर करवा दूंगा।बताया जा रहा है कि बाहरी व्यक्ति की नियुक्ति जिला अस्पताल में किए जाने को लेकर बहस हुई थी और तब कांग्रेस नेता ने ये धमकी दी। अब इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।वही कांग्रेस में वीडियो के वायरल होते ही हड़कंप मच गया है।
दरअसल, मंगलवार को कांग्रेस के अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष विनोद मोरे रोगी कल्याण समिति के कर्मचारियों के साथ जिला सिविल सर्जन डॉक्टर शकील खान मिलने पहुंचे थे। यहां मोरे और कार्यकर्ताओं ने बाहरी लोगों की जिला अस्पताल में नियुक्ति को लेकर सवाल किए। डॉक्टर शकील ने कहा कि उन्होंने किसी को भी अस्पताल में नहीं रखा और ना ही उन्होंने कोई गलत कार्य किया है। बातचीत के दौरान विनोद मोरे इतने भड़क गए कि उन्होंने डॉक्टर शकील को 2 मिनट में ट्रांसफर की चेतावनी दे डाली। मोरे ने कहा अस्पताल की जिम्मेदारी आपकी है। अब सरकार कांग्रेस की है, दो मिनट में ट्रांसफर करा दूंगा। अस्पताल में भ्रष्टाचार हो रहा है, यह सब बंद कराना जरूरी है। इस पर सिविल सर्जन ने कहा- मैं अच्छा व्यक्ति नहीं हूं, किसी और को बुलाकर काम करा लो।
इस बातचीत का किसी ने वीडियो बना लिया जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। मामले में वीडियो वायरल होने के बाद डॉक्टर शकील ने स्वीकारा की कांग्रेस के स्थानीय नेता ने उन्हें ट्रांसफर की चेतावनी दी है, लेकिन अभी तक उन्होंने इसकी जानकारी कलेक्टर को नहीं दी है। डॉ. शकील ने बताया कि अगर नेताओं का रवैया ऐसा ही रहता हा तो वे इसकी शिकायत जिला कलेक्टर के करेंगे।
बुधवार कोमुख्यमंत्री ने दी चेतावनी
वही बुधवार को मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मध्य प्रदेश में लचर स्वास्थ्य व्यवस्था को वापस पटरी पर लाने के लिए जिम्मेदारों को चेतावनी दी थी, अगर हालात जल्द ठीक नहीं किए गए तो जिम्मेदार अफसर और डॉक्टर पर गाज गिरना तय है। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश के सरकारी अस्पताल में मरीजों के इलाज में कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।अब प्रदेश में नई सरकार आ गई है लिहाजा किसी भी तरही ही कोई लापरवाही पेशेंट को किसी भी प्रकार की परेशानी, अव्यवस्थाएं, भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने डॉक्टरों को अपनी मानसिकता बदलने की ��ेतावनी भी दी है।
बसपा विधायक भी दे चुकी है धमकी
.सिविल सर्जन को यू धमकी देने का यह कोई पहला मामला नही है। इससे पहले मंगलवार को बसपा विधायक रामबाई ने दमोह के जिला अस्पताल पहुंचकर सिविल सर्जन को जमकर फटकार लगाई थी और धमकी भी दी थी। विधायक रामबाई ने जिला अस्पताल के सर्जन डॉक्टर ममता तिवारी को दो टूक शब्दों में कहा था व्यवस्था सुधारो अभी हाथ जोड़कर कह रही हूं, अगर मेरा हाथ खुल गया तो फिर मैं किसी की नही सुनने वाली।बताते चले कि इस तरह से कई बयान अबतक बसपा विधायक के सामने आ चुके है।