भोपाल।
सत्ता में आने के बाद बिजली कटौती कमलनाथ सरकार के लिए सिरदर्द बनी हुई है। सीएम कमलनाथ की लाख चेतावनियों और सख्ती के बावजूद इसमें कोई सुधार नही हो रहा है। आए दिन बैठकें पर बैठके बुलाई जा रही है। विपक्ष भी इसे लेकर सरकार का घेराव करने में जुटा हुआ है। इसी के चलते गुरुवार को फिर भोपाल में जिला योजना समिति की बैठक बुलाई गई, जिसमें कांग्रेस नेताओं ने अपनी ही सरकार को घेर लिया और सवाल खड़े कर दिए।वही इस दौरान बीजेपी और कांग्रेस नेताओं के बीच भी जमकर बहस हो गई।
दरअसल, गुरुवार को कलेक्टोरेट में नई सरकार के गठन के बाद पहली बार जिला योजना समिति की बैठक हुई , जिसमें बढ़े हुए बिजली बिलों का मुद्दा छाया रहा। बीजेपी विधायकों ने आरोप लगाया कि जब से कांग्रेस की सरकार बनी है, तब से लोगों के घर बढ़े हुए बिजली के बिल आ रहे हैं।जिनके घरों में फ्रिज-कूलर तक नहीं हैं, उनके 8 हजार से 44 हजार तक बिजली बिल आ रहे है।हुजूर व��धायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि इस बारे में वो अपनी आपत्ति बिजली विभाग के अफसरों के सामने दर्ज करा चुके हैं, लेकिन स्थिति यह है कि बिजली विभाग के अफसर मौके पर देखने तक नहीं जाते हैं कि वास्तविक स्थिति क्या है। नरेला विधायक विश्वास सारंग ने कहा कि बिजली के बढ़े हुए बिलों की समस्या उनकी विधानसभा में भी सामने आई है, लेकिन बिजली विभाग के अफसर यह मानने को तैयार नहीं हैं कि ऐसा हो रहा है।
इस पर जिले के प्रभारी और सहकारिता मंत्री डॉ. गोविंद सिंह ने कहा कि बीजेपी का काम है झूठ बोलो और जल्दी जल्दी बोलो, इसकी उन्हें ट्रेनिंग दी जाती है।बीजेपी कार्यकाल में घटिया क्वालिटी के ट्रांसफॉर्मर और केबल लाइन बिछाई गई हैं। इसके चलते आए दिन बिजली ट्रिप की समस्या बढ़ गई है। भोपाल सहित पूरे प्रदेश में सरप्लस बिजली सप्लाई हो रही है। उन्होंने अफसरों को निर्देश दिए गए कि जिन इलाकों में बिजली के बढ़े हुए बिजली आए हैं, वहांं कैंप लगाकर सुधार कार्य कराया जाए। इसको लेकर बीजेपी विधायकों और कांग्रेस विधायकों में जमकर बहस हो गई।
मंत्रियों ने अपनी ही सरकार को घेरा, बीजेपी ने ली चुटकी
अपनी ही सरकार को घेरते हुए गैस राहत मंत्री आरिफ अकील ने कहा कि उनके इलाके में बिजली बिलों को बढ़ाकर दिया जा रहा है। इस बारे में बिजली विभाग के अफसरों को फोन भी कर चुका हूं। इस पर बिजली विभाग के अफसर ने जवाब दिया कि जहां दिक्कत है वहां चैक करा लेंगे। फिलहाल बिजली सप्लाई कहीं पर प्रभावित नहीं हो रही है। इस पर मंत्री अकील ने कहा अफसर झूठ बोलते हैं, बिजली के बढ़े हुए बिलों के कारण लोग परेशान हैं। वही बैठक में विधि मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि जिले के एक किसान का 72 हजार रुपए का बिजली का बिल दिखाते हुए बैठक में पीसी शर्मा ने आरोप लगाया कि संबल योजना के तहत किसानों के बिजली बिल माफ नहीं हुए हैं, जो अब उनके बिल में जुड़कर आ रहा है। इसलिए हर दूसरा किसान परेशान हो रहा है। शर्मा ने बिल दिखाते हुए कहा कि बिलों में गड़बड़ी नहीं होती तो लोग शिकायत नहीं करते। कलेक्टर ने मंत्री शर्मा का बिल अपने पास रख लिया। इस पर भाजपा विधायक विश्वास सारंग ने चुटकी लेते हुए कहा कि यह है कांग्रेस की सरकार। आपकी सरकार के अधिकारी दो तरह की बातें कर रहे है। असली बात क्या है कोई नहीं बता रहे है।