भोपाल, डेस्क रिपोर्ट| मध्य प्रदेश (Madhyapradesh) में उपचुनाव (Byelection) के बाद कांग्रेस (Congress) में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है| संगठन में बदलाव की चर्चा के बीच कांग्रेस के दो विधायकों के बीच एक नियुक्ति को लेकर विवाद गहराने के स्थिति बन गई है| विदिशा से कांग्रेस के विधायक शशांक भार्गव (Shashank Bhargav) का सोशल मीडिया पर एक पोस्ट इस समय सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है|
दरअसल, कांग्रेस विधायक शशांक भार्गव की शिकायत है कि विदिशा में अगर कोई नियुक्ति की जाती है तो उन्हें उसकी जानकारी दी जाए| लेकिन विदिशा में शैलेंद्र पटेल की नियुक्ति की उन्हें जानकारी नहीं दी गई| इसको लेकर उन्होंने विधायक और कांग्रेस युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कुणाल चौधरी के नाम फेसबुक पर एक पोस्ट लिख दिया|
इस पोस्ट में विधायक ने लिखा कि शैलेंद्र पटेल की नियुक्ति के संबंध में चर्चा हुई थी, विदिशा में कोई नियुक्ति की जाए तो मुझे जानकारी दे दिया करें, लेकिन आपने कहा कि आपके द्वारा ये नियुक्ति नही हुई है, ये नियुक्ति ओझा जी के द्वारा हुई है। मैंने फिर ओझा जी से भी निवेदन किया कि अगर विदिशा में किसी की नियुक्ति करते हैं और हमे पूर्व में जानकारी दे देंगे तो हम भी उनका स्वागत कर सकें। लेकिन बड़े दुख के साथ लिखना पड़ रहा है कि आपने किस तरह की बात मेरे छोटे भाइयों से कही कि छोटे भाइयों को मेरे बारे में इस तरह की पोस्ट लिखना पड़ रही है।
पोस्ट में लिखा गया कि आप यह अच्छी तरह से जानते हैं कि विदिशा भाजपा का गढ़ रहा है और इन्हीं सब छोटे भाइयों की मेहनत एवं कृपा से मैं विधायक बना हूँ। मैं नही जानता कि आपने उनसे क्या चर्चा की लेकिन उन्हें जो भी मिस कम्युनिकेशन हुआ है उसको दूर कर हमारे बीच मे विवाद की स्थिति पैदा होने से रोकें। सोशल मीडिया पर वायरल इस पोस्ट पर अब भाजपा चुटकी ले रही है|