भोपाल। सत्ता की लोलुपता में ‘दगाराज विभीषण’ ने अपने लोभियों को साथ लेकर रामराज्य की अवधारणा से ही छल कर दिया है । स्वर्ण की लंका का आकर्षण विभीषण के सिर चढ़कर ऐसा बोला कि उसके लोभियों ने जनता के प्रजातंत्रीय निर्णय की ही सौदेबाजी कर ली।
कांग्रेस ने सिंधिया को कटघरे में लेते हुए आरोप लगाया है कि सत्ता के लालच में वो और उनके समर्थकों ने जनता के साथ छल किया है। आपको याद दिला दें कि सिंधिया के बीजेपी में शामिल होने के बाद जब वो पहली बार भोपाल आए तो शिवराज ने उनके लिये विभीषण का उदाहरण दिया था। अब उसी विभीषण का नाम लेकर कांग्रेस ने सिंधिया पर कटाक्ष किया है। कांग्रेस ने कहा कि आज तक वोट के बदले नोट तो सुना था मगर दगाराज के लोभियों ने जनता के वोट प्रलोभियों को करोड़ों में बेच दिए। अब वे जनसेवा की काठ की कठोर कुर्सियाँ छोड़ नोटों के मखमली सिंहासन पर बैठेंगे। अब दगाराज विभीषण प्रलोभियों की पार्टी के टिकिट पर भावुक भाषणों के सहारे फ़िर अपने लोभियों की चुनावी नैया पार लगाने की कोशिश करेगा ।