भोपाल| लोकसभा चुनाव में मंत्रियों के परफॉर्मेंस का भी आंकलन किया जा रहा है| मंत्रिमंडल गठन के बाद ही मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इसके संकेत दे दिए थे | मंत्रियों को सीट निकालने की जिम्मेदारी दी गई है| मंत्रियों के ऊपर प्रभार वाले जिले की लोकसभा सीट जिताने की जिम्मेदारी थी, लेकिन अब उन्हें अपने गृह जिले की सीट जितानी होगी। प्रदेश सरकार के 28 मंत्री 18 जिलों से आते हैं। बाकी 34 जिलों की जिम्मेदारी विधायकों को सौंपी गई है। जिले में जितने कांग्रेस विधायक हैं, वे टीम की तरह वहां की संसदीय सीट को जिताने के लिए काम करेंगे। इन 34 जिलों के प्रभारी मंत्री भी उन विधायकों की टीम में शामिल होंगे। इन जिलों के प्रभारी मंत्रियों को गृह जिले के साथ ही ये अतिरिक्त जिम्मेदारी सौंपी गई है।
– किस मंत्री को किस जिले की जिम्मेदारी
विजयलक्ष्मी साधौ, संस्कृति मंत्री – खरगोन
बाला बच्चन, गृह मंत्री – खरगोन
सचिन यादव, कृषि मंत्री – खरगोन
पीसी शर्मा, विधि मंत्री – भोपाल
आरिफ अकील, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री – भोपाल
लाखन सिंह यादव, पशुपालन मंत्री – ग्वालियर
इमरती देवी, महिला एवं बाल विकास मंत्री – ग्वालियर
प्रद्युम्न सिंह तोमर, खाद्य मंत्री – ग्वालियर
जीतू पटवारी, खेल मंत्री – इंदौर
तुलसीराम सिलावट, स्वास्थ्य मंत्री – इंदौर
हर्ष यादव – नवकरणीय उर्जा – सागर
गोविंद सिंह राजपूत, परिवहन मंत्री – सागर
लखन घनघोरिया, सामाजिक न्याय मंत्री – जबलपुर
तरुण भनोत, वित्त मंत्री – जबलपुर
उमंग सिंघार, वन मंत्री – धार
सुरेंद्र सिंह बघेल, पर्यटन मंत्री – धार
प्रियव्रत सिंह, ऊर्जा मंत्री – राजगढ़
जयवद्र्धन सिंह, नगरीय प्रशासन मंत्री – राजगढ़
बृजेंद्र सिंह राठौर, वाणिज्यिक कर मंत्री – टीकमगढ़
प्रदीप जायसवाल, खनिज मंत्री – बालाघाट
सज्जन सिंह वर्मा, लोक निर्माण मंत्री – देवास
हुकुम सिंह कराड़ा, जल संसाधन मंत्री – शाजापुर
डॉ. गोविंद सिंह, सामान्य प्रशासन मंत्री – भिंड
ओमकार सिंह मरकाम, आदिम जाति कल्याण मंत्री – डिंडौरी
डॉ. प्रभुराम चौधरी, स्कूल शिक्षा मंत्री – रायसेन
सुखदेव पांसे, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री – बैतूल
कमलेश्वर पटेल, पंचायत मंत्री – सीधी
महेंद्र सिंह सिसौदिया, श्रम मंत्री – गुना