भोपाल| लोकसभा चुनाव में मंत्रियों के परफॉर्मेंस का भी आंकलन किया जा रहा है| मंत्रिमंडल गठन के बाद ही मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इसके संकेत दे दिए थे | मंत्रियों को सीट निकालने की जिम्मेदारी दी गई है| मंत्रियों के ऊपर प्रभार वाले जिले की लोकसभा सीट जिताने की जिम्मेदारी थी, लेकिन अब उन्हें अपने गृह जिले की सीट जितानी होगी। प्रदेश सरकार के 28 मंत्री 18 जिलों से आते हैं। बाकी 34 जिलों की जिम्मेदारी विधायकों को सौंपी गई है। जिले में जितने कांग्रेस विधायक हैं, वे टीम की तरह वहां की संसदीय सीट को जिताने के लिए काम करेंगे। इन 34 जिलों के प्रभारी मंत्री भी उन विधायकों की टीम में शामिल होंगे। इन जिलों के प्रभारी मंत्रियों को गृह जिले के साथ ही ये अतिरिक्त जिम्मेदारी सौंपी गई है।
जीत के लिए कांग्रेस की रणनीति, गृह जिले की सीट ‘मंत्री’ की जिम्मेदारी
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