भोपाल।
अबतक कई लोगों की जान ले चुका कोरोना वायरस अब देश-प्रदेश में भी अपने पैर पसारने लगा है, जिसके चलते केन्द्र और राज्य की सरकारें अलर्ट हो गई है। हाईकोर्ट के निर्देश के बाद मध्य प्रदेश सरकार ने कोरोनो को लेकर एडवाइजरी जारी की है।सरकार ने लोगों को सार्वजनिक जलसे का आयोजन ना करने की सलाह दी है। एमपी सरकार का कहना है कि यदि जलसा / समारोह आयोजित करना आवश्यक हो तो उसके लिए विशेष प्रकार से रोकथाम के लिए व्यवस्था अपनायी जानी चाहिए |
दरअसल कोरोना वायरस पूरे विश्व के लिए कहर बन चुका है।स्वास्थ्य विभागों द्वारा इससे बचाव के लिए ज्यादा से ज्यादा परहेजों पर जोर दिया जा रहा है। ऐसी स्थिति में 10 मार्च को होली के अवसर पर प्रदेश में भव्य आयोजन होंगे। जिसमें देश विदेश से अनेक तीर्थयात्री एवं पर्यटक इस त्यौहार में शामिल होंगे। इसलिए केंद्र और राज्य सरकार ने आमजन के लिए संस्था और सहभागिता द्वारा ऐसे आयोजन करवाने के लिए सख्त मना किया है। किसी भी होटल, रेस्टोरेंट, गेस्ट हाउस जैसी जगहों पर आयोजन को आयोजित ना करने की सलाह दी गई है। जिसके लिए पुलिस कमिश्नर ग्रामीण पुलिस अधीक्षक को विशेष तौर पर एडवाइजरी दी गई है। संबंधित विभागों में अलर्ट जारी करने के साथ ही साथ विदेशी पर्यटकों की हिस्ट्री चेक करने को भी कहा गया है। इसी के साथ चीन, हांगकांग, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया, जापान, इटली, ईरान और नेपाल की यात्रा करने वाले यात्रियों की सूचना सीएमओ के कंट्रोल रूम में देने के लिए कहा गया है।
जानकारी के अनुसार वही सरकार ने अभी तक कुल 14 सैंपल जांच के लिए पुणे लैब में भेज दिए हैं | जिनमें से 13 सैंपल की रिपोर्ट नेगेटिव आई है एक रिपोर्ट आनी बाकी है मध्यप्रदेश में 420 से अधिक पर्यटक आये हुए है जिन पर स्वास्थ्य विभाग लगातार नजर बनाए हुए हैं क्योंकि अभी तक प्रदेश में लगभग 420 लोग दूसरे देशों से आए चुके हैं जिनमें से 319 लोगों को 28 दिन के ऑब्जरवेशन में रखने के बाद पब्लिक प्लेस में आने की अनुमति दी गई है | जबकि 67 लोगों को अभी भी होम आइसोलेशन में ही रखा है | इनमें बहुत लोग कोरोना वायरस के शिकार नहीं पाए गए हैं | स्वास्थ्य विभाग के अनुसार बताया जा रहा है कि खुजराहो, सांची, ओरछा और पर्यटक स्थलों पर विशेष प्रकार से निगरानी रखी जा रही है, तथा कोरोना वायरस से बचाव के लिए विशेष प्रकार के प्रचार – प्रसार किया जा रहा है इसी के स्वास्थ्य विभाग लगभग 5 हजार डॉक्टरों और कर्मचारियों को कोरोना वायरस से बचने की ट्रेनिंग भी दी जा रही है, तथा सर्दी खांसी वाले व्यक्तियों पर विशेष प्रकार से डॉक्टरों के निगरानी में रखा जा रहा है |