भोपाल।
पुलिस महानिदेशक ऋषि कुमार शुक्ला 4 दिसंबर को अपना कार्यभार संभालेंगे। वे पिछले डेढ़ महीने से मेडिकल लीव पर थे।सीने में दर्द के कारण वे दिल्ली के मेंदाता अस्पताल में इलाज करवा रहे थे। उनकी जगह प्रभारी डीजीपी की जिम्मेदारी पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन के चेयरमैन वीके सिंह संभाले हुए थे। डीजीपी शुक्ला की 01 दिसंबर को मेडिकल लीव खत्म हो गई है। अब वे सरकार बनने से पहले चार दिसंबर से पुन: अपना कार्यभार संभालेंगें।
दरअसल, बीते दिनों मध्य प्रदेश के डीजीपी ऋषि कुमार शुक्ला की अचानक तबीयत बिगड़ गई थी, उन्हें दिल के दर्द की शिकायत के बाद मुंबई के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां डीजीपी शुक्ला को सीने में दर्द की शिकायत होने पर डॉक्टरों ने चैकअप के बाद उन्हें बायपास सर्जरी की सलाह दी थी। इसके बाद वे 15 अक्टूबर से 01 दिसंबर तक डेढ़ महीने के अवकाश पर थे। उनकी जगह कार्यवाहक डीजीपी के तौर पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन के चेयरमैन वीके सिंह को प्रभारी डीजीपी बनाया गया था। प्रभारी डीजीपी सिंह ने प्रदेश में विधानसभा चुनाव शांतिपूर्ण संपन्न कराए हैं। पुलिस मुख्यालय के अनुसार डीजीपी शुक्ला की 01 दिसंबर को मेडिकल लीव खत्म हो गई है। अब वे चार दिसंबर को अपना कार्यभार संभालेंगें।
गौरतलब है कि ऋषि कुमार शुक्ला ने 1 जुलाई, 2016 को डीजीपी के रूप में पदभार संभाला था। सुरेन्द्र सिंह के रिटायर होने के बाद उन्हें मध्य प्रदेश का डीजीपी बनाया गया था।डीजीपी का पदभार ग्रहण करने से पहले 1983 बैच के ऋषि कुमार शुक्ला एमपी पुलिस हाउसिंग बोर्ड के अध्यक्ष के पद पर थे। शुक्ला मूलत: ग्वालियर के रहने वाले हैं। उनकी शुरूआती पोस्टिंग सीएसपी रायपुर हुई। वे दमोह, शिवपुरी और मंदसौर जिले के एसपी भी रहे हैं। शुक्ला 2009 से 2012 तक एडीजी इंटेलिजेंस भी रहे हैं। शुक्ला का कार्यकाल 2020 तक है।