Indore News : प्रदेश में ऑनलाइन खरीद और लेनदेन में तेजी के साथ ही साइबर ठगी के मामलों में भी अप्रत्याशित रूप से वृद्धि हो रही है। ऐसा ही मामला मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर से आ रहा है जहाँ एक व्यापारी ने निजी फायनेंस से लोन के लिए आवेदन किया था, लेकिन बदमाशों ने प्रोसेसिंग फीस और जीएसटी के नाम पर उनसे हजारों रुपये ऐंठ लिए। ठगी का पता चलने पर व्यापारी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए ठगी करने वालों के अकाउंट सीज़ करते हुए जाँच शुरू कर दी है।
इस ठगी की जनाकारी देते हुए एडिशनल डीसीपी झोन वन आलोक शर्मा ने कहा कि फरियादी ने बताया कि अपने पिता के नाम से निजी फायनेंस से एक लाख का लोन लिया हुआ था बाद में फिर एक लाख का लोन लेने के लिए फरियादी ने निजी फायनेंस की ऑन लाइन एजेसी के जरिये अप्लाई किया। अप्लाई करने के बाद एक फोन फरियादी के पास अनजान नंबर से आया और फोन करने वाले ने कहा कि आपका लोन सेंशन हो जाएगा जिसके चलते आपको प्रोसेसिंग फीस 2550 रुपए देनी होगी। फरियादी ने फोन करने वाले पर विश्वास करते हुए उसके कहे अनुसार पेमेंट कर दिया।
एक-एक करके कराए कई ट्रांजेक्शन
इसके कुछ भी देर के बाद एक बार फिर अनजान नंबर से व्हाट्सएप कॉल फिर फरियादी के पास आया फोन करने वाले ने खुद को ऑफिशियल अधिकारी बताते हुए जीएसटी के नाम पर 8999 भरने के लिए कहा फोन करने वाले की बात पर फिर एक बार विश्वास करते हुए फरियादी ने यह रकम भी उसके बताएं अकाउंट में जमा कर दी। फोन करने वाले ने रकम भर देने के बाद फरियादी से फिर एक ओर फार्मेट बताते हुए 17000 रुपए भरने को कहा जिस पर फरियादी को शंका हुई और उसने तुरंत ही जॉन वन की साइबर हेल्प डेस्क पर संपर्क करते हुए पूरा घटनाक्रम को बताया।
मामला दर्ज, जाँच में जुटी पुलिस
साइबर हेल्प डेस्क ऑनलाइन फ्रॉड दर्ज करते हुए फरियादी द्वारा बताए गए अकाउंट को तुरंत सीज़ कर दिया और पूरे मामले में जाँच पड़ताल शुरू कर दी है।
इंदौर से शकील अंसारी की रिपोर्ट