भोपाल।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और भोपाल से लोकसभा उम्मीदवार दिग्विजय सिंह ने चुनाव को लेकर तैयारियां शुरु कर दी है। इसी कड़ी में मंगलवार को दिग्विजय ने अपने चुनाव कार्यालय का शुभारंभ किया। इसी के साथ उन्होंने बताया कि 19 अप्रैल को वे भोपाल के लिए नामांकन भरेंगें और उसके अगले दिन 20-21 अप्रैल को जनता के बीच भोपाल का विजन रखेंगे ।बता दे कि भाजपा अभी तक इस सीट से उम्मीदवार तय नही कर पाई है।
मीडिया से चर्चा के दौरान दिग्विजय ने कहा कि ”वर्ग भेद पाटना है मुझको, अहिपाश काटना है मुझको ”इसी संकल्प को लेकर जन समर्पित कांग्रेस के केंद्रीय चुनाव कार्यालय का उद्घाटन विधि विधान के साथ किया।उन्होंने बताया कि वे 19 अप्रैल को भोपाल संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर अपना नामांकन पत्र भरेंगे। इसके अगले दो दिन में वे अपना विजन पेश करेंगे, जिसके जरिए बताया जाएगा कि वे भोपाल को भविष्य में किस रूप में देखना चाहते हैं। दिग्विजय के चुनाव प्रचार की थीम होगी- ‘आपकी हिस्सेदारी, मेरी जिम्मेदारी।’ इससे पहले उन्होंने पीसीसी में भोपाल शहर, ग्रामीण और सीहोर जिले के कांग्रेस जिलाध्यक्षों की बैठक ली। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि वे 12 मई तक का समय उन्हें दें, 23 मई के बाद उनका पूरा समय कार्यकर्ताओं और जनता के लिए रहेगा।
बता दे कि कांग्रेस ने दिग्विजय को भोपाल से लोकसभा उम्मीदवार बनाया है। लेकिन बीजेपी अबतक अपना उम्मीदवार तय नही कर पाई है। कांग्रेस द्वारा दिग्विजय को भोपाल से उतारे जाने के बाद से बीजेपी में हड़कंप मचा हुआ है।भोपाल में उम्मीदवार को लेकर जबरदस्त मंथन किया जा रहा है। हालांकि केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर या पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज की यहां से चुनाव लड़ने की अटकले तेज है।अंतिम फैसला पार्टी को करना है, उम्मीद की जा रही है कि बीजेपी एक दो दिन में अपने उम्मीदवार का नाम घोषित कर देगी। वर्तमान में यहां से आलोक संजर सांसद है।
छापे की कार्रवाई पर उठाए सवाल
वही उन्होंने आयकर विभाग की छापेमारी पर पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई देश की संघीय व्यवस्था पर बड़ा आघात है। केंद्र सरकार की एजेंसियां ऐसी कार्रवाई करने के पहले राज्य सरकार को सूचित करती हैं, यह व्यवस्था है। लेकिन, हाल के मामले में आयकर विभाग सीधा सीआरपीएफ अमले को साथ लेकर कार्रवाई में जुट गई, वो भी राज्य सरकार को बिना सूचना दिए। ऐसी कार्रवाई में 90 दिन तक केंद्रीय एजेंसियां कुछ भी सार्वजनिक नहीं करतीं, लेकिन केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने कुछ घंटे में ही सब कुछ सार्वजनिक कर दिया। उन्होंने कहा कि जिसके यहां छापा पड़ा और करोड़ों रुपए नगद मिले, वह खुद कह रहा है कि मैं भाजपा का समर्थक हूं। देश की जनता सब देख रही है और लोकसभा चुनाव में वह ऐसा करने वालों को सख्त जवाब देगी।